जयपुर : वन एवं पर्यावरण मंत्री हेमाराम चौधरी ने कहा कि आने वाली पीढ़ी के सुरक्षित भविष्य और प्रदूषण नियंत्रण के लिए सिंगल यूज प्लास्टिक को प्रतिबंधित किया गया है। इसके साथ ही प्रदेश में जारी नवीन वन नीति में पौधारोपण को बढ़ावा दिया गया है। उन्होंने कहा कि पर्यावरण प्रेमियों, स्वयंसेवी संस्थाओं, औद्योगिक इकाइयों सहित आमजन की सक्रिय भागीदारी से पर्यावरण को बचाया जा सकता है।
वन मंत्री सोमवार को विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर राज्य प्रदूषण नियंत्रण मण्डल द्वारा आयोजित राज्य स्तरीय कार्यक्रम को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे। उन्होंने पर्यावरण संरक्षण के प्रति आमजन में चेतना लाने के उद्देश्य से जनजागरूकता रैली को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया और वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से प्रदेश में 33 नये एयर क्वालिटी मॉनिटरिंग स्टेशन का उद्घाटन तथा जमवारामगढ़ के थोलाई स्थित इंटीग्रेटेड रिसोर्स रिकवरी पार्क का शिलान्यास किया। इस मौके पर वन विभाग द्वारा निःशुल्क दो हजार पोधो का वितरण भी किया गया।
इस अवसर पर वन मंत्री ने बताया कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने वैट लैण्ड और ग्रास लैण्ड विकास के लिये 40 करोड रुपये एवं विश्व प्रसिद्ध सांभर झील के विकास के लिये 10 करोड रुपये आवंटित किये हैं। उन्होने बताया कि प्रदेश में ईको टयूरिजम को बढावा देने के लिये प्रत्येक जिले में 2-2 लव कुश वाटिका का कार्य प्रगति पर है।
उद्योग मंत्री शकुन्तला रावत ने जन्मदिन एवं वैवाहिक वर्षगांठ जैसे महत्वपूर्ण अवसरों पर पौधारोपण करने का संकल्प लेने का आहवान किया। इस अवसर पर वन मंत्री एवं उद्योग मंत्री तथा जयपुर हैरिटेज महापौर मुनेश गुर्जर, वन एवं पर्यावरण विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव शिखर अग्रवाल, राज्य प्रदूषण नियंत्रण मण्डल के अध्यक्ष नवीन महाजन, प्रधान मुख्य वन संरक्षक (हॉफ) मुनीश कुमार गर्ग सहित अन्य अतिथियों ने राजस्थान ई-वेस्ट प्रबंधन नीति, राजस्थान जलवायु परिवर्तन नीति, राजस्थान वन नीति 2023, प्लास्टिक वेस्ट इंवेट्राइज़ेशन प्रतिवेदन सहित राजस्थान राज्य प्रदूषण नियंत्रण मण्डल के ब्रोशर का विमोचन किया। उन्होंने प्रदूषण नियंत्रण मंडल द्वारा पूर्व में आयोजित हैक द वेस्ट हैकाथॉन के विजेताओं को पुरस्कृत भी किया गया।
कार्यक्रम में राज्य प्रदूषण नियंत्रण मण्डल के अध्यक्ष नवीन महाजन ने प्रदूषण नियंत्रण हेतु किये जा रहे सतत् प्रयासों की जानकारी साझा की। इस अवसर पर विभागीय अधिकारियों के साथ साथ बड़ी संख्या में पर्यावरण प्रेमी मौजूद रहे।