राज्यस्पोर्ट्स

अपने निलंबित होने पर पहलवान विनेश फोगाट ने दी ये सफाई


स्पोर्ट्स डेस्क : भारतीय कुश्ती महासंघ ने हाल ही में अनुशासनहीनता का आरोप में महिला पहलवान विनेश फोगाट को अस्थाई रूप से निलंबित किया था. ये मामला अब तूल पकड़ रहा है. बोला जा रहा है कि कोच वोलेर एकोस के साथ हंगरी में ट्रेनिंग कर रही विनेश टोक्यो में पदक नहीं जीत सकी, लेकिन इस दौरान भारतीय टीम के अन्य मेंबर्स के साथ ट्रेनिंग करने से मना किया था.

उन्होंने भारतीय दल के आधिकारिक प्रायोजक शिव नरेश की पोशाक पहनने से भी साफ मना किया था. बताते चले कि ओलंपिक के मैच में विनेश नाइकी की पोशाक पहनकर कुश्ती में उतरी थी. भारतीय कुश्ती महासंघ ने विरोध जाहिर किया था और इसे अनुशासनहीनता बताया था. डब्ल्यूएफआई ने इस पूरे मामले पर बोला है कि उसे अस्थाई रूप से निलंबित किया गया है और कुश्ती से जुड़ी सभी गतिविधियों से प्रतिबंधित किया गया है.

इस पूरे मामले में विनेश ने एक अंग्रेजी अखबार से बातचीत में बोला कि आखिर क्यों ट्रेनिंग करने से मना कर दिया था. उन्होंने बोला कि इसके पीछे बड़ा वजह ये रही है कि टोक्यो पहुंचने के बाद उनका कोरोना टेस्ट नहीं हुआ था जबकि वहां पर सभी की टेस्टिंग हो रही थी.

ये भी पढ़े : क्यों अस्थाई रूप से निलंबित हुई पहलवान विनेश फोगाट, जानें वजह

उन्होंने बोला कि उनका कोरोना टेस्ट नहीं हुआ था. इस वजह से साथ में ट्रेनिंग नहीं कर रही थी. उन्होंने बोला कि मैं केवल उन्हें सुरक्षित रखना चाहती थी. इसके बाद मैंने सीमा के साथ ट्रेनिंग भी की. ऐसे में कैसे उन्होंने आरोप लगा दिया कि मैं टीम के साथ नहीं रहना चाहती? इस दौरान उन्होंने ये भी बोला कि उनके कोच वॉलर हमेशा ट्रेनिंग के दौरान हमेशा उनके साथ रहे हैं और उनकी मदद की है.

इतना ही नहीं लखनऊ में उनके साथ रहे हैं. कोरोना के दौरान भी वॉलर हमेशा मुझे मोटिवेट करते रहे. ओलंपिक के टलने के बावजूद उन्होंने उनकी मदद की है. इस बातचीत में आगे बोला कि इस टाइम अपने परिवार के साथ समय बिता रही हूं लेकिन कुछ लोग मुझे इस तरह देख रहे हैं, जैसे मैं खत्म हो गई हूं.

वो लोग कुछ भी लिख रहे हैं. कुछ भी कर रहे हैं. मैं जानती हूं, ये भारत है. अर्श से फर्श पर आने में समय नहीं लगता है. सिर्फ एक हार और सब कुछ मानो खत्म हो गया. विनेश कब कुश्ती में कब वापसी करेगी ये उनको पता नहीं है. उन्होंने यहां तक बोल दिया है कि शायद मैं कभी ना लौटूं.

Related Articles

Back to top button