नई दिल्ली: स्विटजरलैंड के जिनेवा में विश्व व्यापार संगठन (डब्ल्यूटीओ) के 12वें मंत्रिस्तरीय सम्मेलन में केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल शामिल हुए। उन्होंने कहा कि मंत्रिस्तरीय सम्मेलन में भारत की प्रचंड जीत ने विकसित देशों को उसके मुद्दों के आगे झुकने के लिए मजबूर कर दिया। मंत्रिस्तरीय बैठक को मत्स्य पालन, स्वास्थ्य, विश्व व्यापार संगठन सुधार, डिजिटल प्रौद्योगिकी, खाद्य सुरक्षा और पर्यावरण पर मसौदा मुद्दों पर विचार करने के लिए मजबूर किया। समझौते में भारत के कुछ मुद्दों को शामिल किया गया है।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि हम उन लोगों के लिए नियम लाने में सफल रहे जो अवैध रूप से मछली पकड़ने या मछली पकड़ने में लिप्त हैं। लेकिन इसकी रिपोर्ट नहीं करते हैं या जो लोग विनियमन से बाहर काम करते हैं। ये लोग अवैध, अनियमित, गैर-रिपोर्टेड मछली पकड़ने में शामिल हैं। उन्होंने कहा कि कुछ देश इसमें एक्सपर्ट हैं। वे गहरे समुद्र में मछली पकड़ने के साथ, दुनिया भर में मछलियों को खत्म करने के लिए जिम्मेदार हैं। भारत उनके लिए एक नियम लाने में सफल रहा। यह भारत की बड़ी जीत है।
आज का भारत आत्मनिर्भर भारत पीयूष गोयल ने कहा कि आज का भारत, आत्मनिर्भर भारत है, जिसमें हर प्रकार की चुनौतियों का सामना करने की ताकत है। ऐसे मजबूत भारत पर कोई भी देश किसी भी प्रकार का दबाव नहीं बना सकता है। भारत किसी दबाव में अब निर्णय नहीं लेता है। अन्य देशों की आलोचना की नौकरी की सैलरी से खुश नहीं हैं, खेती में आजमाएं हाथ, 25 लाख तक की मदद करेगी सरकार आज का भारत देश हित में, जन हित में, गरीबों, किसानों, युवाओं के हित में वसुदैव कुटुम्बकम की भावना रखते हुए पूरे विश्व के हित में जो फैसले लिए जाएंगे उसके साथ चलेगा।
इसके साथ ही उन्होंने कोरोना काल में कुछ देशों के नकारात्मक रवैये की भी आलोचना की। केंद्रिय मंत्री ने कहा कि ऐसे दौर में जब दुनिया में जीवन का नुकसान, स्वास्थ्य का नुकसान, अर्थव्यवस्था का नुकसान हो रहा था तब कुछ विकसित देशों ने कम विकसित देशों, गरीब देशों को मदद नहीं दी।