रांची : झारखंड के लोगों को प्रयागराज महाकुंभ-2025 में आने का न्योता देने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार का उच्च स्तरीय दल राज्य के दो दिनों के दौरे पर है। योगी सरकार के दो मंत्रियों योगेंद्र उपाध्याय और सुरेश राही ने मंगलवार को राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार एवं मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से मुलाकात कर उन्हें महाकुंभ के लिए औपचारिक तौर पर आमंत्रित किया। मंत्रियों ने उन्हें उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की ओर से आमंत्रण, पवित्र गंगाजल एवं महाकुंभ का प्रतीक चिह्न भेंट किया।
इसके पहले दोनों मंत्रियों ने रांची में रोड शो किया। उन्होंने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा कि 45 दिनों तक चलने वाले इस विशाल आध्यात्मिक अनुष्ठान में 45 करोड़ से भी अधिक श्रद्धालुओं के पहुंचने की संभावना है। प्रत्येक 12 वर्ष के अंतराल पर होने वाले महाकुंभ को यूनेस्को ने ‘विश्व मानवता की अमूर्त सांस्कृतिक धरोहर’ घोषित किया है। उत्तर प्रदेश की सरकार ने महाकुंभ को दिव्य, भव्य और पर्यावरण अनुकूल बनाने के लिए व्यापक तैयारियां की हैं।
उत्तर प्रदेश सरकार की ओर मंत्रियों ने झारखंडवासियों से अपील की कि वे इस महान आध्यात्मिक आयोजन में भागीदार बनें। यह आध्यात्मिक अनुभव प्राप्त करने और भारतीय संस्कृति एवं परंपराओं को करीब से जानने का अवसर है। इस बार महाकुंभ को डिजिटल स्वरूप प्रदान किया गया है। इस तकनीक से यहां आने वाले श्रद्धालुओं की हेड काउंटिंग होगी। वाहनों के लिए क्यूआर कोड आधारित पास, बहुभाषीय डिजिटल खोया-पाया केंद्र, टेंट सिटी में आवंटन के लिए सॉफ्टवेयर आधारित व्यवस्था की गई है।
झारखंड सरकार ने प्रयागराज महाकुंभ 2025 में जाने वाले तीर्थयात्रियों की सुरक्षा को लेकर आवश्यक गाइडलाइंस जारी की है। सरकार ने झारखंड से जाने वाले तीर्थयात्रियों से अनुरोध किया है कि गाइडलाइंस का पालन करें। लोगों को महाकुंभ मेला-2025 मोबाइल ऐप डाउनलोड करने, यात्रा से पूर्व निवास स्थान सुनिश्चित करने, 60 वर्ष से अधिक आयु या पूर्व से बीमार व्यक्तियों को हेल्थ चेकअप के बाद ही यात्रा का परामर्श दिया गया है।