योगी दमदार मुख्यमंत्री, नहीं मानते हार
बिना किसी दबाव में आए लेते हैं ताबड़तोड़ फैसले
लखनऊ (अमरेन्द्र प्रताप सिंह):देश भर में संकट का सबब बनी कोरोना महामारी के दौरान उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दिखा दिया है कि वे दमदार हैं, हार नहीं मानते और कड़े वक्त में ताबड़तोड़ बड़े फैसले बिना किसी दबाव में आये ले सकते हैं। यूपी में अपने तीन साल से अधिक के कार्यकाल में कई चुनौतियों का सामना कर चुकेे योगी आदित्यनाथ की छवि अब पूरी तरह से एक कुशल और कड़क छवि वाले मुख्यमंत्री की बन चुकी है।
वो जनता के हितों के खिलाफ न तो कोई समझौता करते हैं और न ही किसी तरह की राजनीतिक दबाव में आते हैं। जिस कड़क छवि के चलते उनको प्रदेश की कमान सौंपी गयी थी उस छवि से उन्होंने मुख्यमंत्री बनने के बाद भी कोई समझौता नहीं किया है। यही कारण है कोरोना संकट से निबटने के लिए वह अकेले ही जहां एक तरफ अधिकारियों पर नकेल कसे हुए हैं वहीं तबलीकी जमात से जुडे लोगों के खिलाफ अनुशासनात्क और दंडात्मक कार्रवाई करने में कोई देर नहीं लगते है।
पुलिस को दी गड़बड़ी करने वालों से निपटने की खुली छूट
यह मुख्यमंत्री योगी के निर्देशों का ही जलवा है कि प्रदेश में दंगाइयों,उपद्रवियों और कानून तोडने वालो के खिलाफ उनको उन्हीं की भाषा में जवाब दिया जा रहा है। दंगाई उप्रदवी किसी भी मजहब का हो पुलिस सबके साथ एक जैसा बर्ताव कर रही है। पहला मौका है जब प्रदेश में किसी मुख्यमंत्री ने पुलिस को दंगाइयों उवद्रवियों से निपटने की खुली छूट दे रखी है।
वर्ना याद कीजिए पिछली सरकार में एक बार कुछ दंगाई उपद्रवी राजधानी की सड़कों पर खुले असलहे लहराते हुए पुराने लखनऊ से हजरतगंज तक आ गये थे। इस दौरान मीडिया कर्मियों के कैमरे और वाहन तोड़े गए थे पर पुलिस को मूकदर्शक बनना पड़ा था । तुष्टीकरण की राजनीति के चलते पूर्ववर्ती सरकार में ऐसे दंगाइयों उप्रदवियों को खूबपाला पोसा गया। दंगाइयों आतंकियों पर लगे मुकदमें वापस लेने तक की कार्रवाई हुयी और आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई करने वाले पुलिस अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की गयी।
गड़बड़ी करने वालों पर बेहद कड़क रहते हैं योगी
मौजूदा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ उप्रदवियों और दंगाइयों के साथ पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों के खिलाफ भी कार्रवाई कर रहे है। बीते तीन साल में सात सौ से ज्यादा निकम्मे अधिकारियों कर्मचारियों के खिलाफ जबरन रिटायर या बर्खास्त किए जाने की कार्रवाई की गयी। प्रदेश में यह पहला मौका है जब उपद्रवियों और दंगाइयों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के साथ ही सरकारी सम्पत्ति को नुकसान पहुंचाने की भरपाई भी उन्हीं लोगों से की जा रही है। यही नहीं उपद्रवियों और दंगाइयों की फोटों भी शहर की प्रमुख सड़को पर होर्डिग्स के रूप मे लगवाकर लोगों के बीच उन्हे चिन्हित कराया जा रहा है।