सफेद लहसुन तो हर किसी ने खाया ही होगा, साथ ही उसके औषधीय गुणों के बारे में भी जाना होगा, लेकिन सफेद लहसुन के अलावा काला लहसुन भी होता है, जो बहुत कम देखने को मिलता है. औषधीय गुणों में यह सफेद लहसुन की तरह ही गुणकारी है और कुछ बीमारियों में कारगर इलाज करता है. लहसुन को खाली पेट खाने से ज्यादा फायदा होता है. आइए जानते हैं कि काला लहसुन खाने से हमारे शरीर को क्या-क्या फायदे हो सकते हैं.
फर्मेंटेशन से तैयार होता है काला लहसुन
काला लहसुन सफेद लहसुन का ही रूप है, जिसे फर्मेंटेशन के द्वारा तैयार किया जाता है. यह खाने में कम तीखा होता है लेकिन इसमें पोषक तत्व काफी मात्रा में होते हैं. यही कारण है कि औषधीय रूप में काले लहसुन का प्रयोग ज्यादा किया जाता है. आयुर्वेदिक चिकित्सा में इसका विशेष महत्व है.
एलिसिन से भरपूर, बढ़ाता है रक्त संचार
आयुर्वेद के मुताबिक, लहसुन का सेवन करने से हार्ट संबंधी बीमारियों का खतरा कम हो जाता है. दरअसल सफेद लहसुन में एलिसिन नामक तत्व पाया जाता है, जो खून को पतला करने में अहम भूमिका निभाता है. वहीं काले लहसुन में एलिसिन ज्यादा मात्रा में पाया जाता है इसलिए दिल के रोगियों के लिए यह ज्यादा फायदेमंद होता है.
दिल के रोगियों के लिए इसलिए उपयोगी
दिल के रोगियों में ज्यादातर समस्या हार्ट ब्लॉकेज की होती है. धमनियों में ब्लॉकेज की समस्या के चलते दिल तक रक्त संचार में बाधा उत्पन्न होती है, जिससे मरीज को अक्सर खून पतला करने वाली दवाईयां दी जाती हैं. काले लहसुन में मौजूद एलिसिन खून पतला करने की एक प्राकृतिक औषधि है. यदि इसे रोज खाने में शामिल किया जाए तो हार्ट ब्लॉकेज से संबंधित परेशानी नहीं होगी. साथ ही शरीर के अन्य अंगों में भी रक्त संचार में बाधा नहीं होगी.
इम्युनिटी भी बढ़ाता है काला लहसुन
काला लहसुन रक्त संचार शरीर की इम्युनिटी को भी बढ़ाने का भी काम करता है. काले लहसुन में एंटीबैक्टीरियल और एंटीवायरल गुण ज्यादा होते हैं. यह डायबिटिक मरीजों के लिए भी फायदेमंद होती है.
कैंसर में भी गुणकारी
चूंकि सफेद लहसुन का फर्मेंटेशन करने के बाद ही काला लहसुन तैयार किया जाता है, इसलिए इसके औषधीय गुणों में भी गुणात्मक वृद्धि हो जाती है. इस प्रक्रिया के कारण काले लहसुन में एंटी ऑक्सीडेंट तत्व ज्यादा पाए जाते हैं. इसके अलावा काले लहसुन में पॉलीफेनॉल, अल्कलाइन और फ्लेवोनाइड तत्व भी काफी मात्रा में पाए जाते हैं जो स्वास्थ्य के लिए अच्छे होते हैं. ये सभी तत्व कैंसर रोधी होते हैं. ब्लड कैंसर, पेट के कैंसर और कोलन कैंसर से पीड़ित के लिए ब्लैक गार्लिक काफी फायदेमंद हो होता है.