नई दिल्ली: हम लोग अक्सर कर के केला खाकर छिलका फेक देते है, लेकिन आज हम आप को इसके फायदे के बारे में तो आप जानते ही हैं, लेकिन क्या आपको पता है कि केले के छिलकों के भी बहुत फायदे होते हैं. हम सब ने सुना है कि फलों को उनके झिलकों के साथ खाना चाहिए, लेकिन हम में से कितने लोग इस बात को मानते हैंयह एक बड़ा सवाल है. यकीनन आप भी ऐसा ही करते होंगे. हममें से बहुत से लोग केला खाकर उसके छिलके को कुड़े में फेंक देते हैं. अगर आप ऐसा करते हैं तो जरा ठहर जाएं.
क्योंकि जिस चीज को आप फेंक रहे हैं उसमें गुणों का ऐसा खजाना है जिसके बारे में जानकर आप चौंक सकते हैं. केले के छिलके की मदद से आप शरीर को भारी मात्रा में न्यूट्रीयंट्स देने के साथ वज़न भी कम कर सकते हैं. जी हां, केला एक ऐसा फल है, जिसे मानव द्वारा कई सालों से जोता जा रहा है. इसमें ज़रूरतमंद विटामिन जैसे बी-6 और बी-12 के अलावा मिनरल्स, पोटैशियम और मैग्नीशियम होता है. यह फाइबर का एक अच्छा स्रोत होता है, जो आपकी पाचन क्रिया को ठीक करने में काफी मदद करता है.
एक नजर केले के छिलके के बड़े फायदों पर
केले के छिलके में विटामिन-ए की मात्रा पाई जाती है, जो इम्यूनिटी को मज़बूत कर इंफेक्शन से लड़ने में मदद करता है.
केले के छिलके में लुटीन होता है, जो आंखों में मोतियाबिंद होने से रोकता है.
केले के छिलके में एंटी-ऑक्सीडेंटस होने के साथ विटामिन-बी, ख़ासतौर से विटामिन-बी-6 की मात्रा होती है.
इसमें घुलने वाले और न घुलने वाले फाइबर होते हैं, जो पाचन क्रिया के कार्य को धीरे कर, शरीर से कोलेस्टेरॉल को कम करते हैं.
केले का छिलका खाने में से आप शरीर के लिए जरूरी पोटैशियम और मैग्नीशियम पा सकते हैं, जो बल्ड प्रेशर को बनाए रखने में मदद करती है.
कई अध्ययनों का तो यह भी मानना है कि छिलके में सेरोटोनिन नाम का पदार्थ होता है, जो डिप्रेशन पर काबू रख आपको खुश रखता है. इसके अलावा इसमें डोपामाइन होता है, जो दिल की धड़कन पर नियंत्रण रख गुर्दो में खुन का प्रवाह बनाए रखता है.
इस बात पर ध्यान देना भी जरूरी है कि केले का छिलका आपको कैसा लेना है. यह पका हुआ होना चाहिए या कच्चे केले का छिलका इस्तेमाल करना चाहिए. जापानी साइंटिफिक रिसर्च के मुताबिक पीले छिलके में एंटी-कैंसर गुण होते हैं, जो व्हाइट बल्ड सेल्स को उत्पन्न करने में मदद करते हैं. अगर आप अपने आहार में केले का हरा छिलका शामिल करते हैं, तो इसे मुलायम करने के लिए 10 मिनट उबालें. इसके बाद इस्तेमाल करें.
एक और अध्ययन के अनुसार बताया गया है कि हरे छिलके में ट्रिपटोफन नामक पदार्थ होता है, जो एक तरह का अमीनो एसिड है. यह रात को अच्छी नींद लेने के लिए लाभकारी है.