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शंख से भी संवर सकती है आपकी किस्मत और बन सकते हैं धनवान, जानें कैसे?

नई दिल्ली : हिंदू धर्म में शंख को बहुत शुभ और पूजनीय माना गया है. इसे प्रतिदिन घर में बजाने से आपका घर और आसपास का माहौल पावन हो जाता. मंदिर हो या घर, गृह प्रवेश हो या फिर कोई भी दूसरा मांगलिक कार्य, सभी शुभ कार्यों की शुरुआत हमारे यहां शंख बजा कर ही की जाती है. मान्यता है कि शंख की पवित्र ध्वनि से हमारे आराध्य देवी-देवता शीघ्र ही प्रसन्न होते हैं. सनातन परंपरा में शंख का महत्व इसलिए भी और बढ़ जाता है क्योंकि इसे भगवान विष्णु , माता लक्ष्मी समेत कई देवी-देवताओं ने अपने हाथों में धारण किया हुआ है. शंख का सिर्फ धार्मिक ही नहीं बल्कि ज्योतिषीय महत्व भी है. आइए शंख का धार्मिक महतव और इससे जुड़े अचूक उपाय के बारे में विस्तार से जानते हैं.

शंख का इस्तेमाल पौराणिक काल से ऋषि-मुनि अपनी पूजा-पाठ एवं साधना में करते चले आ रहे हैं. मान्यता है कि जिस घर में शंख की पूजा होती है और प्रतिदिन उसे बजाया जाता है, वहां कभी भी धन-धान्य की कमी नहीं होती है और हर समय वहां पर धन की देवी लक्ष्मी वास करती हैं. सनातन परंपरा में शंख को माता लक्ष्मी का भाई माना गया है. मान्यता है कि किसी भी शुभ या मांगलिक कार्य में बजाए जाने वाले शंख की ध्वनि जहां तक जाती है, वहां तक की सभी बाधाएं और दोष दूर हो जाते हैं। पूजा-पाठ के अलावा शंख उपयोग आयुर्वेद में भी होता है. शंख के जरिए कई प्रकार के रोगों का उपचार किया जाता है. मान्यता है कि प्रतिदिन शंख बजाने से मनुष्य के फेफड़े मजबूत होते हैं.

हिंदू पौराणिक कथाओं के अनुसार शंख की उत्पत्ति समुद्र मंथन के दौरान हुई थी. चूंकि समुद्र मंथन के दौरान धन की देवी मां लक्ष्मी का भी प्राकट्य भी हुआ था, इसलिए शंख को उनका भाई माना जाता है. धार्मिक मान्यता के अनुसार जिस स्थान या घर में शंख रखा जाता है, वहां माता लक्ष्मी सदैव वास करती हैं. ऐसे में धन-धान्य की कामना करने वालों को हमेशा अपने घर के पूजा स्थल पर शंख जरूर रखना चाहिए और उसे प्रतिदिन बजाना भी चाहिए. अपने घर की नकारात्मक ऊर्जा को खत्म करने के लिए शंख में जल भरकर उसको पूरे घर में छिड़कना चाहिए. मान्यता यह भी है कि प्रात:काल शंख बजाने से भूत-प्रेत जैसी बाधाएं भी दूर होती हैं.

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