कर्नाटक में लॉन्च की गई युवा निधि योजना
नई दिल्ली (अजय प्रताप तिवारी): कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया और उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने शिवमोगा में युवा निधि स्कीम (Yuva Nidhi scheme ) को लॉन्च किया है। इसका उद्देश्य शिक्षित बेरोजगार युवाओं ( Educated unemployed youth) को रोजगार अवसर उपलब्ध कराना है।
इस स्कीम में स्नातकों ( ग्रेजुएट्स) और डिप्लोमा धारकों ( Diploma holders) को अधिकतम 2 वर्ष के लिए रोजगार का अवसर देने का प्रस्ताव है। जो ग्रेजुएट्स और डिप्लोमा धारक इसके लिए अपने को पंजीकृत कराएंगे उन्हें फिर ट्रेनिंग दी जाएगी। ग्रेजुएट्स और डिप्लोमा धारको को राज्य सरकार के स्किल कनेक्ट पोर्टल पर अपने को रजिस्टर कराना होगा।
राज्य सरकार ने वायदा किया है कि डिग्री धारकों को 3 हजार रुपए प्रति माह और डिप्लोमा धारकों को डेढ़ हजार रूपए प्रति माह दिया जायेगा यदि वो पिछले 6 माह में जॉब पाने में असमर्थ रहे हैं और हायर स्टडीज में नहीं लगे हुए हैं। सरकार का मानना है कि इससे 1 लाभ लाभार्थियों के जुड़ने के संभावना है।
आपको बता दें कि देश में 15 साल और उससे अधिक उम्र के ग्रेजुएट्स के बीच बेरोजगारी की दर (Unemployment rate) 2022-23 में घटकर 13.4 फीसदी रह गई है, जो इससे पिछले साल में 14.9 फीसदी थी। एक सरकारी सर्वेक्षण से यह जानकारी मिली है. सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय (Statistics and Program Implementation Ministry) के ताजा आवधिक श्रमबल सर्वेक्षण (PLFS) के अनुसार, 15 वर्ष और उससे अधिक आयु के ग्रेजुएट्स के बीच सबसे कम बेरोजगारी दर (5.6 फीसदी) चंडीगढ़ में रही।
आंकड़ों के अनुसार, 2022-23 में सबसे ऊंची बेरोजगारी दर (33 फीसदी) अंडमान और निकोबार द्वीप में रही। इसके बाद लद्दाख में यह दर 26.5 फीसदी और आंध्र प्रदेश में 24 फीसदी रही। बड़े राज्यों की बात करें, तो राजस्थान में बेरोजगारी दर 23.1 फीसदी और ओडिशा में 21.9 फीसदी थी। इसके बाद 5.7 फीसदी के साथ दिल्ली का स्थान रहा। बेरोजगारी या बेरोजगारी दर को श्रमबल में बेरोजगार व्यक्तियों के फीसदी के रूप में परिभाषित किया गया है।