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यूक्रेन युद्ध का 21वां दिन, देश बर्बाद कर जेलेंस्की का होश आया ठिकाने? शांति वार्ता और NATO से टूटा दिल

कीव/मॉस्को: यूक्रेन युद्ध के 20 दिन बीत चुके है और दोनों देशों के बीच ये लड़ाई अब 21वें दिन में आ चुकी है, लेकिन अभी तक युद्ध का कोई नतीजा नहीं निकला है। युद्ध में दोनों ही देशों को भारी नुकसान पहुंचा है। यूक्रेन पूरी तरह से बर्बादी के मुहाने पर पहुंच चुका है और रूसी धमाकों में देश का ज्यादातर हिस्सा खंडहर बना दिखाई दे रहा है, जबकि, आर्थिक प्रतिबंधों ने रूस की कमर तोड़ दी है।

राष्ट्रपति जेलेंस्की को आई अकल!
यूक्रेन के राष्ट्रपति ने युद्ध के 20वें दिन, जब कई यूक्रेनी शहर धूल में मिल चुके हैं, जब सैकडों लोग मारे जा चुके हैं, जब सैकड़ों बच्चे अनाथ हो चुके हैं, उस वक्त कहा है कि उनके देश को यह स्वीकार करना चाहिए कि वह अमेरिका के नेतृत्व वाले नाटो सैन्य गठबंधन का सदस्य नहीं बन सकता है। यानि, रूस ने यूक्रेन पर जिस वजह से हमला किया है, उस ‘वजह’ से यूक्रेनी राष्ट्रपति का दिल टूटता नजर आ रहा है। यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की ने कहा कि, ”यूक्रेन नाटो का सदस्य नहीं है… हमने वर्षों से सुना है कि (हमारे लिए) दरवाजे खुले हैं, लेकिन हमने यह भी सुना कि हम शामिल नहीं हो सकते। यह एक सच्चाई है और इसे पहचाना जाना चाहिए”। ज़ेलेंस्की ने मंगलवार को यूके के नेतृत्व वाले संयुक्त अभियान बल से बात करते हुए ये बातें कहीं हैं। जेलेंस्की बार बार नाटो से यूक्रेन को ‘नो फ्लाई जोन’ घोषित करने की मांग कर रहे हैं, लेकिन हर बार नाटो उनकी मांगों को खारिज कर रहा है, जिसको लेकर जेलेंस्की ने कहा, “मुझे खुशी है कि हमारे लोग इसे समझने लगे हैं और खुद पर और हमारी मदद करने वाले भागीदारों पर भरोसा कर रहे हैं।”

भीषण आर्थिक संकट में घिरा यूक्रेन
अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष का कहना है कि, यूक्रेन पर रूस के आक्रमण ने देश के विकास को काफी धीमा कर दिया है, जिससे देश में मुद्रास्फीति बढ़ हई है, जिससे ना सिर्फ यूक्रेन, बल्कि पूरी वैश्विक अर्थव्यवस्था को प्रभावित होगी। आईएमएफ ने कहा कि, यूक्रेन युद्ध लंबी अवधि में वैश्विक आर्थिक व्यवस्था को मौलिक रूप से नया रूप दे सकता है। आईएमएफ ने कहा कि, मानवीय पीड़ा और ऐतिहासिक शरणार्थी संकट से परे, युद्ध खाद्य और ऊर्जा की कीमतों को बढ़ा रहा है, मुद्रास्फीति को बढ़ा रहा है और लोगों के इनकम को कम कर रहा है, जबकि व्यापार, आपूर्ति श्रृंखला और यूक्रेन के पड़ोसी देशों को भी प्रभावित कर रहा है।

यूक्रेन ने चौथे रूसी जनरल को मारने का किया दावा
यूक्रेन का कहना है कि मारियुपोल में लड़ाई के दौरान रूस के मेजर जनरल ओलेग मितयेव मारे गए हैं। यूक्रेन के गृह मंत्रालय के सलाहकार एंटोन गेराशचेंको ने कहा कि 46 वर्षीय मित्येव का मंगलवार को निधन हो गया। गेराशचेंको ने कहा कि मित्येव ने 150 वीं मोटराइज्ड राइफल डिवीजन की कमान संभाली थी और सीरिया में लड़ा था। हालांकि, अभी तक रूस से मौत की कोई पुष्टि नहीं हुई थी।

गोला-बारूद की कमी से जूझ रहा रूस- यूके
ब्रिटिश रक्षा मंत्रालय ने कहा है कि, यूक्रेन युद्ध में रूस अब गोला-बारूद के साथ साथ सैन्यकर्मियों के संकट का भी सामना कर रहा है। यूके ने कहा कि, रूस “यूक्रेन में अपने कर्मियों के नुकसान की भरपाई करने के लिए अतिरिक्त सैनिकों की मांग कर रहा है”। अपने लेटेस्ट खुफिया अपडेट ब्रिटिश रक्षा मंत्रालय ने कहा कि, कर्मियों के नुकसान के परिणामस्वरूप, “यह संभावना है कि रूस आक्रामक अभियान चलाने के लिए संघर्ष कर रहा है, खासकर यूक्रेनी बलों के निरंतर प्रतिरोध को देखते हुए, रूस के लिए आक्रामक संघर्ष करना भी मुश्किल हो रहा है”।

अब रूस की मांग ज्यादा ‘असल’ हैं- जेलेंस्की
यूक्रेन के राष्ट्रपति का कहना है कि बातचीत के दौरान रूस की मांगें लगभग तीन सप्ताह के युद्ध के बाद “अधिक यथार्थवादी” होती जा रही हैं। उन्होंने कहा कि, बातचीत के लिए और समय की जरूरत है, जो वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए हो रही है। यूक्रेनी राष्ट्रपति ने कहा कि, “बैठकें जारी हैं, और, मुझे सूचित किया गया है कि, वार्ता के दौरान की स्थिति पहले से ज्यादा यथार्थवादी लगती है। लेकिन यूक्रेन के हित में निर्णय लेने के लिए अभी भी समय की आवश्यकता है”। हालांकि, देर रात यूक्रेनी राष्ट्रपति ने जो वीडियो जारी किया है, उसमें उन्होंने यूक्रेन के खिलाफ हमले को और भी तेज करने के लिए पश्चिमी देशों से और ज्यादा हथियारें भेजने और रूस पर और भी कड़े प्रतिबंध लगाने की अपील की है।

‘यूक्रेन की और मदद कर सकता है नाटो’
नाटो में अमेरिका के पूर्व राजदूत कर्ट वोल्कर का कहना है कि, पश्चिमी सुरक्षा गठबंधन यूक्रेन की मदद के लिए बहुत कुछ कर सकता है, भले ही वह नो-फ्लाई ज़ोन लागू न करे। उन्होंने कहा कि, “अतिरिक्त वायु रक्षा प्रणालियां हैं जिनकी यूक्रेनियन को आवश्यकता है, अधिक स्टिंगर्स की जरूरत है। उन्हें कुछ रूसी जहाजों का मुकाबला करने और उन्हें मार गिराने के लिए मिसाइलो जहाजों की जरूरत है, जो कि काला सागर में हैं, जहां से रूसी सेना यूक्रेनी शहरों में क्रूज मिसाइलों से फायरिंग कर रहे हैं”।

‘500 लोगों को रूस ने बंधक बनाया’
यूक्रेन के क्षेत्रीय नेता पावलो किरिलेंको ने कहा है कि, रूसी सैनिकों ने मारियुपोल में एक अस्पताल को जब्त कर लिया और मंगलवार देर रात दक्षिणी बंदरगाह वाले शहर पर एक और हमले के दौरान लगभग 500 लोगों को बंधक बना लिया है। मैसेजिंग ऐप टेलीग्राम पर किरिलेंको ने कहा कि, रूसी सैनिकों ने पड़ोसी घरों से 400 लोगों को क्षेत्रीय गहन चिकित्सा अस्पताल में पहुंचाया। उन्होंने कहा कि करीब 100 डॉक्टर और मरीज भी अंदर बताए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि सैनिक अस्पताल के अंदर ‘मानव ढाल’ के रूप में उपयोग कर रहे हैं और किसी को भी जाने नहीं दे रहे हैं।

भारत के रूस से तेल खरीदने पर बोला US
व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव जेन साकी ने मंगलवार को अपने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान रिपोर्टर्स से बात करके हुए कहा है कि, “किसी भी देश के लिए हमारा संदेश यह है, कि हमने जो प्रतिबंध लगाए हैं, हम सभी उन प्रतिबंधों का पालन करें, जो अनुशंसित हैं।” वहीं, जब भारत द्वारा रियायती कच्चे तेल की रूसी पेशकश को स्वीकार करने की संभावना के बारे में एक रिपोर्ट के बारे में पूछा गया, तो व्हाइट हाउस प्रवक्ता ने कहा कि, “मुझे नहीं लगता कि यह (प्रतिबंधों) का उल्लंघन होगा।”

कीव पर रूस की बमबारी जारी
रूस ने यूक्रेन की राजधानी में एक अपार्टमेंट इमारत और अन्य संरचनाओं को तबाह कर कीव पर बमबारी तेज कर दी है। वहीं, भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा है कि, यूक्रेन के खेरसॉन में फंसे तीन भारतीयों को निकाल लिया गया है।

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