दस्तक टाइम्स एजेन्सी/ दोदा (मुक्तसर)। अकाली दल के गिदड़बाहा हलका इंचार्ज और जिला योजना बोर्ड के चेयरमैन हरदीप सिंह ढिल्लों की न्यू दीप बस ने शुक्रवार को एक युवक को कुचल दिया। ओवरस्पीड बस ने पहले युवक को टक्कर मारी और फिर 40 फीट तक घसीटते हुए ले गई। काऊनी गांव में हुए इस हादसे के बाद मौके पर जुटी भीड़ को इसी गांव के अकाली दल के कार्यकर्ताओं ने शांत कराने की कोशिश की।
मृतक के पिता जगदीश सिंह ने कहा कि हादसे के बाद गांव के नंबरदार हरजिंदर सिंह और एसजीपीसी सदस्य नवतेज सिंह उनके घर आए और कहा, ‘मामला न बढ़ाओ, चुप रहोगे तो 20 लाख रुपए दिला दिए जाएंगे। साथ ही ड्राइवर पर कार्रवाई कराएंगे।’ क्योंकि मामला अकाली नेता से जुड़ा था, इसलिए पुलिस ने भी केस दर्ज करने में पांच घंटे लगा दिए। हादसा दोपहर बाद 3 बजे हुआ और पुलिस ने रात आठ बजे ड्राइवर पर केस दर्ज किया। लेकिन, ड्राइवर को अरेस्ट नहीं किया गया है। मुक्तसर के एसएसपी कुलदीप सिंह चाहल ने कहा कि ड्राइवर की तलाश जारी है।
गांव काऊनी का 27 साल का सुखबीर सिंह बाइक पर आसा बुट्टर गांव की ओर जा रहा था। रास्ते में किसी का फोन आया तो वह रुक गया। बाइक सड़क के किनारे खड़ी की। अभी वह फोन सुन ही रहा था कि पीछे से आई ओवरस्पीड बस ने उसे चपेट में लिया। बस उसे 40 फीट तक घसीटते हुए ले गई, जिससे उसकी मौके पर मौत हो गई। हादसे के बाद बस ड्राइवर फरार हो गया। बस गिदड़बाहा से फरीदकोट जा रही थी।
तीनों मौतों का एक ही कारण-ओवरस्पीड
{ 11 दिसंबर 2015 को न्यू दीप बस के मालिक अकाली नेता ढिल्लों के पैतृक गांव चन्नू (मुक्तसर) में ही 12 साल की अर्शदीप को कुचल दिया गया था। विरोध में लोग सड़कों पर उतरे तो पुलिस ने रात दो बजे लाठीचार्ज कर उन्हें खदेड़ दिया था। लड़की की लाश को एक टांग से घसीटकर गाड़ी तक ले जाया गया। मामला भी धरना देने वाले 60 लोगों पर दर्ज हुआ।
{ पहला मामला अभी ठंडा भी नहीं हुआ था कि 17 दिसंबर को फिरोजपुर जिले में मक्खू के नजदीक कटारिया पेट्रोल पंप के पास बस का इंतजार कर रही 14 साल की गुरप्रीत कौर को कुचल दिया गया था। लोगाें ने हादसे के विरोध में हाईवे जाम किया था।