अखबार बांटने वाला इंजीनियर बना करोड़पति
नौकरी की तलाश में दिल्ली से आस्ट्रेलिया पहुंच गए। लेकिन वहां भी खाने के लाले पड़ने लगे। आस्ट्रेलिया के मेलबर्न में रहते जब पैसे कम पड़े तो उन्होंने हर सुबह अखबार बांटने का काम शुरू किया। बदले में ठीक-ठाक कमाई होने लगी।
इसी बीच आस्ट्रेलिया की स्पोर्ट्स मैनेजमेंट सिस्टम कंपनियों के अधिकारियों से दोस्ती हो गई जहां उन्हें काम मिला। फिर खुद ही क्लाइंट ढूंढने लगे। नतीजे में महज चार क्लाइंट से वर्ष 2013 में शुरू हुई ‘इंटरप्राइज मंकी’ कंपनी आज तीन साल बाद 2016 में लगभग दो मिलियन आस्ट्रेलियन डॉलर का सालाना कारोबार कर रही है। कंपनी ई-बिजनेस सॉल्यूशंस देती है।
आस्ट्रेलिया के मेलबर्न, अमेरिका के न्यूयार्क के बाद इस कंपनी ने नई दिल्ली के लाजपतनगर में अपना इंडियन आफिस खोला है।
अलीगढ़ निवासी कंपनी के सीईओ आमिर कुतुब ने बताया कि उनकी योजना क्रिकेट, हॉकी, फुटबाल, कबड्डी, कुश्ती, स्वीमिंग के खेल की तकनीकी को बढ़ावा देकर विश्व स्तरीय गुणवत्ता पर ले जाने की है।
इसके लिए वह देश के हर बडे़ शहर के प्रमुख खेल क्लबों से मुलाकात कर रहे हैं। जिला स्तर पर संचालित इन क्लबों के माध्यम से हर प्रमुख खेल के खिलाड़ियों का पूरा डिजीटल रिकार्ड बनाया जाएगा। ये रिकार्ड ऑनलाइन रहेंगे।
खिलाड़ी के हर प्रदर्शन के साथ ही रिकार्ड ऑटोमेटिक अपडेट होगा। इसके अलावा खिलाड़ियों को दुनिया के मानकों, बेहतरीन खिलाड़ियों की खेल विडियो, उनकी टाइमिंग, उनका फिटनेस शेडयूल आदि से अवगत कराया जाएगा।
खिलाड़ियों को अंतरराष्ट्रीय स्तर का प्रशिक्षण देने के लिए डिजीटल कोचिंग भी मोबाइल पर सुविधा उपलब्ध होगी। अभी तक ये सुविधाएं संगठित रूप में नहीं हैं। उनकी कंपनी इन सुविधाओं को संगठित रूप से एक प्लेटफार्म पर लाएगी। इस तरह की मदद से प्रादेशिक, राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खेलों में पारदर्शिता लाने की भी योजना है।
आमिर कुतुब खेलों में इस्तेमाल होने वाले आइटम और सर्विस का भी ई-बिजनेस करेंगे। फिलहाल इंटरप्राइज मंकी, आस्ट्रेलियन स्पोर्ट्स टेक्नोलॉजी नेटवर्क सिस्टम के साथ काम कर रही है। भारत में कंपनी की आईपीएल की टीम दिल्ली डेयरडेविल्स, रिलायंस सहित कुछ अन्य स्पोर्ट्स कंपनियों से बात चल रही है। जल्द ही वह यहां पर काम शुरू करेंगे।
अलीगढ़ में एएमयू सहित अन्य संस्थाओं के खेल क्लबों के भी वह संपर्क में हैं। जमालपुर के कबीर मोहल्ले के निवासी आमिर के पिता अलीगढ़ के जलकल संस्थान में कर्मी हैं, उनकी दो बहनें भी यहीं रहती हैं।