अगर न पकड़ा जाता 300 करोड़ रुपये का रिकॉर्ड और स्टॉक, तो आज बन जाता एक और नीरव मोदी
तीन दिनों से बीएल एग्रो के मालिक घनश्याम खंडेलवाल और केईओ के मालिक दिलीप खंडेलवाल के आवासों, प्रतिष्ठानों समेत 32 ठिकानों पर छापामारी करा रहे प्रधान आयकर निदेशक अमलेंद्र कुमार ने बताया कि 300 करोड़ रुपये का रिकॉर्ड और स्टॉक गलत मिला है। बोले, हमने अगला नीरव मोदी बनने से रोका है। उन्होंने बताया कि छापा कार्रवाई पूरी हो गई है। अब इसकी पड़ताल होनी बाकी है। रविवार दोपहर परसाखेड़ा स्थित बीएल एग्रो फैक्ट्री परिसर में पत्रकारों से बात करते हुए प्रधान आयकर निदेशक अमलेंद्र कुमार ने कहा, इस प्रतिष्ठान में कई गड़बड़ियां मिली हैं लेकिन इसके मालिक घनश्याम खंडेलवाल पहले कुछ मानने को तैयार नहीं थे।
हालांकि, बाद में भावुक होकर उन्होंने अपनी गलती स्वीकार कर ली। 300 करोड़ रुपये का रिकॉर्ड और स्टाक गलत है, जो मैच नहीं करता। वह नीरव मोदी बनने से बचे हैं। बताने से बात बढ़ेगी, कल को भाग जाते तो नीरव मोदी जैसा हाल होता। बैंक वालों ने गंभीरता से चेक नहीं किया। निदेशक बोले- पार्लर में 50 लाख रुपया निवेश किया गया है। यह बेनामी संपत्ति है, इसे वेरीफाई करेंगे।
साथ ही छापा संबंधी पूरी रिपोर्ट निदेशालय को सौंपेंगे। प्रधान आयकर निदेशक अमलेंद्र कुमार ने बताया कि केईओ के मालिक दिलीप खंडेलवाल ने बेनामी 35 करोड़ रुपये सरेंडर किए हैं। दिलीप ने यह सही किया है। हम उनकी सराहना करते हैं। निदेशक ने बताया कि चौथे दिन हमने छापा कंपलीट कर लिया है। फैक्ट्री चलाने से किसी ने नहीं रोका कर्मचारियों के आने-जाने पर कोई पाबंदी नहीं थी।