अतिनक्सल प्रभावित सारंडा और पोडाहाट में चुनाव प्रशासन के लिए चुनौती
गुमला. झारखंड झारखंड के पंचायत चुनाव के पहले और दूसरे चरण में सफलतापूर्वक भारी मतदान के बाद पश्चिमी सिंहभूम जिला प्रशासन का पूरा ध्यान चौथे और पांचवे चरण के चुनाव पर है.
जिले के अति नक्सल प्रभावित सारंडा और पोडाहाट जंगल में 5 दिसंबर और 12 दिसंबर को चौथा और अंतिम चरण का चुनाव होना है, जहां शांतिपूर्ण मतदान कराना प्रशासन की असली चुनौती होगी.
अतिनक्सल प्रभावित सारंडा और पोडाहाट में चुनावी सरगर्मी तेज है. नक्सलियों के चेतावनी के बावजूद नक्सल क्षेत्रों में इस बार काफी संख्या में नामांकन पर्चा दाखिल किया गया है. राजनीति क्षेत्र में सक्रिय नामचीन दर्जनों लोग इस बार चुनावी मैदान में है.
वहीं कई लोग अपनी पत्नी और भाई-भतीजे को चुनाव मैदान में उतार कर अपनी राजनीति जमीन तलाश करने में जुटे हैं, तो कई विधानसभा में मात खाने के बाद पत्नी को आगे कर खोई जमीन मजबूत करने में लगे है.
इनमें सबसे प्रमुख नाम मनोहरपुर के पूर्व भाजपा विधायक गुरूचरण नायक है, जिनकी पत्नी सोनुवा से चुनाव मैदान में है. वहीं निर्वतमान जिला पंचायत सदस्य भी फिर से ताल ठोंक रहे हैं. सबका मुद्दा सारंडा और पोडाहाट जंगल में विकास करना है.