अद्धयात्म
अधूरी तैयारी और घोटालों की गूंज में शुरू हुआ अर्धकुंभ
उत्तराखंड के हरिद्वार जिले में शुक्रवार से अर्धकुंभ की शुरूआत हो गई लेकिन इसकी तैयारियों के लिए काम अधूरे रहने और मेला अधिष्ठान पर भ्रष्टाचार के आरोप लगने से मेले की औपचारिक शुरूआत को लेकर सवाल उठ रहे हैं।
मेला अधिकारी एसए मुरुगेशन ने अर्धकुंभ मेले के लिए किए गए कार्यों की जानकारी देते हुए स्वयं माना कि कुछ निर्माण कार्यों में गुणवत्ता को लेकर जांच एजेंसियों ने खामियां पाई हैं।
अभी तक 273 कार्यों में से केवल 107 कार्य ही पूरे हो पाए हैं। ऐसे में मेले की औपचारिक शुरूआत को लेकर सवाल उठने शुरू हो गए हैं।
सूत्रों के अनुसार कई सामाजिक संगठनों ने प्रदर्शन कर मेला अधिष्ठान में निर्माण कार्यों में भ्रष्टाचार और घटिया निर्माण को लेकर प्रदर्शन किया हैं।
इन संगठनों का आरोप है कि फर्जी बिलों के आधार पर भुगतान किए जा रहे हैं तथा बैरागी कैंप और टापुओं के समतलीकरण को लेकर मेला अधिष्ठान धांधली कर रहा हैं।
मेले से जुड़े अधिकरी लीपापोती करने में लगे हुए हैं। अर्धकुंभ का पहला स्नान 14 जनवरी को होना है जिसके मद्देनजर कोई पुख्ता तैयारी नजर नहीं आ रही हैं।
सभी महत्वपूर्ण काम अभी भी लंबित पड़े हैं। सूत्रों के अनुसार मेला अधिकारी ने प्रेस कांफ्रेंस में केवल विभागवार प्रगति की जानकारी दी। उन्होंने यह नहीं बताया कि कौनसे विभाग के कितने काम अभी बाकी हैं।
यहां तक कि उन्होंने पत्रकारों से अनुरोध भी किया कि वह उनकी बातों को नोट न करेें। सारी जानकारी पत्रकारों को लिखित में दे दी जाएगी। इसके बावजूद कोई जानकारी उपलब्ध नहीं कराई गई।