अध्यात्म ही भारत की मूल पहचान : मुख्यमंत्री
बच्चों को ऐसी शिक्षा दें कि वे महापुरुषों के बारे में पूरी जानकारी रख सकें
लखनऊ: प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जनपद मथुरा के वृन्दावन स्थित निकुंजवन में मानसी ध्यान केन्द्र के उद्घाटन अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि भारत देश की मूल पहचान अध्यात्म है। उन्होंने कहा कि मानसी ध्यान केन्द्र में सुरम्यता तथा आध्यात्म का जो वातावरण है वह साधना का प्रभाव है। साधना सम्पूर्ण वातावरण को प्रभावित करती है। उन्होंने हिन्दू धर्माचार्याें का आह्वान करते हुए कहा कि मठ तथा मन्दिरों को स्वच्छता व सेवा का केन्द्र बनाया जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने स्वच्छता के लिए जो अभियान चलाया है, उसमें सभी को योगदान करना है। उन्होंने कहा कि दुनिया के विकसित देशों ने अपनी विकास यात्रा की शुरुआत स्वच्छता से ही की थी। ब्रज क्षेत्र में स्वच्छता पर विशेष ध्यान देना होगा, ताकि इस क्षेत्र की ओर बड़ी संख्या में देशी विदेशी श्रद्धालुओं को आकर्षित किया जा सके। योगी ने कहा कि हमारे जीवन का ध्येय राष्ट्रधर्म होना चाहिए। उन्होंने कहा कि राष्ट्रधर्म से बढ़कर कोई धर्म नहीं है और हम सभी को राष्ट्रधर्म की रक्षा के लिए जातीयता, क्षेत्रीयता, सम्प्रदायवाद तथा आपसी मतभेदों से आगे बढ़कर कार्य करना होगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश में 15 अवकाश समाप्त करने का जो निर्णय लिया गया उसका कारण था कि बच्चों को उन महापुरुषों के बारे में जानकारी न होना। हमें बच्चों को ऐसी शिक्षा देनी चाहिए कि वे अपने महापुरुषों के बारे में पूरी जानकारी रख सकें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि बच्चों को देश के उन महान क्रान्तिकारियों के बारे में भी अवगत कराया जाना चाहिए, जिन्होंने देश की स्वाधीनता के लिए अपने प्राणों की आहुति दे दी। उनके योगदान से बच्चों को अवश्य अवगत कराया जाए। उन्होंने कहा कि हिन्दुत्व एक जीवन पद्धति है, जिसमें राष्ट्र धर्म का पालन महत्वपूर्ण है। वृन्दावन की भूमि का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि यहां के कण-कण में भगवान बांकेबिहारी जी का वास है। योगी ने कहा कि प्रदेश सरकार वृन्दावन सहित सात स्थलों को तीर्थ स्थल घोषित करके विकास करना चाहती है। तीर्थ निर्माण की इस प्रक्रिया में सभी का सहयोग जरूरी है। उन्होंने कहा कि यमुना जी की निर्मलता व पवित्रता के लिए यमुना में गन्दे नाले, कचरा गिरने से रोकने के लिए ठोस उपाय करने होंगे। इसमें सभी का सहयोग बहुत जरूरी है। कार्यक्रम को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत तथा योग गुरु बाबा रामदेव ने भी सम्बोधित किया। इससे पूर्व, मुख्यमंत्री श्रीकृष्ण कृपाधाम आश्रम में आयोजित कार्यक्रम में सम्मिलित हुए। कार्यक्रम के अवसर पर मुख्यमंत्री को सम्मानित भी किया गया। कार्यक्रम में राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग के अध्यक्ष प्रो0 राम शंकर कठेरिया, ऊर्जा मंत्री श्रीकान्त शर्मा, दुग्ध विकास मंत्री लक्ष्मी नारायण चौधरी, ग्राम्य विकास राज्य मंत्री डाॅ0 महेन्द्र सिंह सहित जनप्रतिनिधिगण तथा शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।