अपने पहले ही भाषण में छा गए आम आदमी पार्टी के संजय सिंह
राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव चर्चा की शुरुआत करते हुए भाजपा अध्यक्ष अमित शाह भी पहली बार ही बोले थे, लेकिन देश के किसी भी सदन में पहली बार बोलने वाले आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सदस्य संजय सिंह छा गए। वीर रस, सत्ता पक्ष पर आरोप की झड़ी के साथ संजय सिंह अपने 18 मिनट के संबोधन में विपक्ष के नेताओं का भी भरपूर समर्थन पाने में कामयाब रहे। विपक्ष ने जहां उपसभापति सत्यनारायण जटिया से उन्हें बोलने के लिए समय बढ़ाने की अपील की, वहीं भाषण समाप्त होते ही प्रमोद तिवारी समेत कुछ नेता बधाई देने उनके पास गए।प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी अपने भाषण में संजय सिंह का जिक्र करना नहीं भूले। अब्दुल वहाब ने सदन में बोलते हुए अपने लिए आवंटित समय का कुछ हिस्सा भी संजय सिंह को देने के लिए कहा। इस दौरान संजय सिंह ने केन्द्र सरकार के दिल्ली सरकार समेत विपक्षी दल की सरकारों के साथ भेदभाव पूर्ण रवैय्या अपनाने, लोकतंत्र का गला घोटने, व्यापारियों, कारोबारियों की मुसीबत बढ़ाने समेत तमाम मुद्दे उठाए।
उन्होंने केजरीवाल सरकार के साथ केन्द्र सरकार के सौतेले रवैय्ये पर जमकर निशाना साधा। भाजपा के राष्ट्रवाद को फर्जी राष्ट्रवाद करार देते हुए इसका प्रमाण पत्र देने का ठेका लेने पर सावल उठाया। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 2014 के आम चुनाव में किए गए वादों, आम आदमी पार्टी के विधायकों की सदस्यता रद्द करने, पार्टी के विधायकों को जेल में डालने, कानून का भय दिखाने, दिल्ली के मुख्यमंत्री, शिक्षा मंत्री समेत अन्य के दफ्तरों आदि में छापे का जिक्र किया। राफेल लड़ाकू विमान के सौदे पर भी सवाल उठाया।
‘छह साल तक एक-एक दिन सुनना पड़ेगा’