नर्इ दिल्ली। वेस्ट दिल्ली के उत्तम नगर थाने के एसएचओ को उन्हीं के थाने के कांस्टेबलों ने बुरी तरह पीट दिया। एसएचओ को जब तक उनके साथियों ने बचाया तब तक उन्हें गंभीर चोटें लग चुकी थीं। आरोपी कांस्टेबल और उसके साथियों को गिरफ्तार कर लिया गया है।
बताया जा रहा है कि एसएचओ भगवान सिंह थाने में मौजूद थे तभी सदर बाजार पुलिस स्टेशन में तैनात कॉन्स्टेबल सचिन कुमार और उसके साथी पुष्पेंद्र और आनंद थाने में आए। ये सभी हरियाणा के मूल निवासी हैं। दरअसल, उत्तम नगर में रात में ट्रैफिक पुलिस वाहनों की चेकिंग कर रही थी। सचिन के रिश्तेदारों की गाड़ी वहां से गुजर रही थी। ट्रैफिक पुलिसकर्मियों ने उस गाड़ी का चालान कर दिया। उसके मालिकों ने अपने रिश्तेदार सचिन को वहां बुला लिया। सचिन दिल्ली पुलिस में है। दो महीने से उसकी पोस्टिंग सदर बाजार थाने में है।
कॉन्स्टेबल सचिन को उसके रिश्तेदारों ने बताया कि गाड़ी का चालान गलत किया गया है और उनसे बदतमीजी की गई है। ट्रैफिक पुलिस वालों ने इन लोगों की एक नहीं सुनी। जिसके बाद यह सभी उत्तम नगर थाने में आ गए। उन्होंने पुलिस को बताया कि उनके साथ ट्रैफिक पुलिस ने बुरा बर्ताव किया है, उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई होनी चाहिए। इन लोगों ने ट्रैफिक पुलिस के खिलाफ लोकल पुलिस को कंप्लेंट दी। पुलिस कंप्लेंट ले ही नहीं रही थी। इसी बात पर कहासुनी होने लगी।
शोरगुल की आवाज सुनकर एसएचओ भगवान सिंह वहां आ गए। उन्होंने सचिन और उसके साथियों को डांट कर वहां से भाग जाने के लिए कहा। एसएचओ की बातें इन लोगों को नागवार गुजरी। उन्होंने भगवान सिंह पर हमला बोल दिया। पुलिस सूत्रों ने बताया कि उन्होंने एसएचओ को जमीन पर गिरा कर पीटा। एसएचओ को पिटता देख कर उनके मातहत दौड़े आए और हमलावरों को दबोच कर उनके चंगुल से उन्हें छुड़ाया। पुलिस वालों ने सचिन और उसके दो साथियों को पकड़ लिया हैं।
एसएचओ को दीन दयाल उपाध्याय अस्पताल ले जाया गया। वहां उनकी मेडिकल जांच कराई गई। उनके सिर, माथे और शरीर के अन्य हिस्सों में चोट लगी थी। इस बारे में वेस्ट डिस्ट्रिक्ट के डीसीपी पुष्पेंद्र कुमार से बात की गई तो उन्होंने इस हमले की पुष्टि की। उन्होंने बताया कि सरकारी ड्यूटी में बाधा डालने और सरकारी कर्मचारी पर हमले के आरोप में आईपीसी की 186, 353 और अन्य धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज कर ली गई है।