अप्रेल में जन्मे लोग करें इन चीजों का दान, खूब चमकेगी किस्मत
एजेन्सी/ अप्रेल माह में पैदा होने वाले जातकों पर मंगल ग्रह की मेष राशि का आधिपत्य होता है। शास्त्रों के अनुसार मंगल युद्ध के देवता हैं और ग्रह मंडल में इन्हें सेनापति की उपाधि प्राप्त है। दशम भाव (कर्म भाव) में इनकी उपस्थिति सर्वाधिक शुभफलदाई होती है।
द्वितीय भाव के मंगल जातक को कुटुम्ब में मुखिया या प्रमुख जैसा दबदबा प्रदान कराते हैं और चतुर्थ भाव में ये जातक को कुलदीपक बनाते हैं। मंगल प्रधान जातक सर्वाधिक ऊर्जावान होते है। सूर्य, चंद्र व गुरु इनके मित्र व राहु और बुध इनके शत्रु होते हैं।
उच्चस्तरीय सेवा का योग
ऐसे जातक मुख्य रूप से अभियांत्रिकी सेवा, पुलिस सेवा, सेना में महत्त्वपूर्ण पद प्राप्त करते हैं। यदि अप्रेल में पैदा होने वाले जातकों की कुंडली में मंगल नीच के या अच्छी स्थिति में नहीं है तो ये इन्हें आपराधिक कार्यों की ओर अग्रसर करते हैं, लेकिन किसी ना किसी रूप में इनका सम्बंध पुलिस व न्यायपालिका से अवश्य होता है।
योजनाबद्ध कार्य देता है सफलता
सफलता के लिए तीव्र आकांक्षा, धैर्य की कमी व जल्दबाजी में फैसले करने की आदतों पर नियंत्रण करने की सलाह इन्हें दी जाती है। इन्हें धैर्य, योजनाबद्ध कार्य करने व कूटनीतिक क्षमताओं का विकास करना चाहिए ताकि इनकी शक्ति का सही उपयोग हो सके। स्वभाव में उग्रता के कारण समझौतावादी या आदर की वृत्ति इनमें नहीं होती है। इन्हें क्रोध से दूर रहना चाहिए।
नेतृत्वशीलता का गुण
मंगल की प्रधानता के कारण ऐसे जातक स्वभाव से उग्र होते हैं। इनका मूल वाक्य होता है कि सभी मेरी बात सुनें। ऐसे जातक उचित-अनुचित की परवाह नहीं करते, अपना लक्ष्य तय करते हैं और उसे किसी भी कीमत पर पाना चाहते हैं। नेतृत्व के गुण ऐसे जातकों में जन्म से ही होते है।
आराधना व उपाय
इन जातकों की कुंडली में यदि मंगल नीच के हो या दुष्प्रभाव दे रहे हों तो ऐसे जातकों को हनुमान जी की आराधना करनी चाहिए। इसके अलावा सूर्य उपासना व भगवान विष्णु की पूजा निरंतर करनी चाहिए। स्वर्ण या ताम्बे में मूंगा पहनें, मसूर, गुड़, लाल वस्त्र, लाल चंदन व केसर का दान करें।