अब ट्रेन में बच्चों का भी देना होगा पूरा किराया
लखनऊ. बच्चों के साथ रेल आरक्षण कराकर सफर करना अब महंगा पड़ेगा। यात्रियों को अब अपने साथ बच्चों का ट्रेन का रिजर्वेशन कराते समय यदि कंफर्म सीट मिलती है तो उनका पूरा किराया देना होगा। रेलवे कंफर्म सीट की बुकिंग पर अब बच्चों का भी पूरा किराया वसूलेगा।
अभी यह किराया पचास प्रतिशत या फिर न्यूनतम 300 किलोमीटर के बराबर था। रेलवे 10 अप्रैल, 2016 से बनने वाले टिकटों पर यह नई व्यवस्था लागू करेगा। रेलवे बोर्ड के उप निदेशक यातायात वाणिज्य (सेकेंड) रोहित शेखर ने सभी जोनल मुख्यालयों को इस संबंध में बुधवार देर शाम आदेश जारी कर दिया है।
रेलवे बोर्ड के उप निदेशक यातायात वाणिज्य (सेकेंड) रोहित शेखर ने सभी जोनल मुख्यालयों को इस संबंध में बुधवार देर शाम आदेश जारी कर दिया है। उप निदेशक ने सेंटर फॉर रेलवे इंफारमेशन सिस्टम (क्रिस) को 10 दिसंबर तक अपने साफ्टवेयर में अपग्रेड करने को कहा है। रेलवे रेल आरक्षण का आवेदन फार्म भरने में बच्चों का कंफर्म टिकट खरीदना है या नहीं, इसका विकल्प भी रखेगा। यात्री विकल्प में यदि हां भरेंगे तो ही बच्चे का टिकट बनेगा। वेटिंग या आरएसी टिकट पर बच्चों का पचास प्रतिशत किराया ही लगेगा। यदि वेटिंग सीट कंफर्म में तब्दील हो जाती है तो उस पर कोई अंतराल देय नहीं होगा। अनारक्षित श्रेणी का बच्चों का टिकट खरीदने पर रेलवे ने कोई संशोधन नहीं किया है।
बताते चले कि रेलवे की पुरानी व्यवस्था के अनुसार, शून्य से पांच वर्ष तक बच्चे मुफ्त सफर करते हैं जबकि पांच से बारह वर्ष तक के बच्चों का पचास प्रतिशत किराया लगता है। लेकिन नई व्यवस्था के बाद शून्य से पांच वर्ष तक के बच्चे ही कर सकेंगे मुफ्त सफर जबकि पांच से बारह वर्ष तक के बच्चों पूरा किराया देना होगा।