अब दिल्ली मेट्रो में यात्रियों को चेहरा ढंकने की अनुमति नहीं होगी
एजेन्सी/ नई दिल्ली: दिल्ली मेट्रो के यात्रियों को अब मफलर या मास्क के जरिए अपना चेहरा ढंकने की अनुमति नहीं होगी और रैपिड रेल नेटवर्क की अधिक प्रभावी तरीके से सुरक्षा के लिए दो दर्जन स्टेशनों के आसपास सुरक्षा क्षेत्र का विस्तार भी किया गया है।
राजेंद्र प्लेस स्टेशन में सोमवार को दो अज्ञात लोग कंट्रोल रूम में घुस गए थे और करीब 12 लाख रुपए लूट लिए। इसके मद्देनजर केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) ने नए निर्देश जारी किए हैं जिसमें यात्रियों को किसी प्रकार के कपड़े, मफलर, दुपट्टा या सर्जिकल मास्क आदि से चेहरा ढंकने की अनुमति नहीं होगी।
भीर रूप से बीमार लोगों को ही चेहरे ढंकने की अनुमति…
सीसीटीवी में दिख रहे दोनों लोगों के चेहरे स्टेशन में प्रवेश और निकास के समय ढंके हुए हैं। अधिकारियों ने बताया कि सिर्फ गंभीर रूप से बीमार लोगों को ही चेहरे ढंकने की अनुमति होगी। इसके अलावा हर किसी को जांच के दौरान चेहरे पर लगा कवर हटाना होगा। कई लोग प्रदूषण, गर्मी या संक्रमण के भय से चेहरा ढंके रहते हैं।
उन्होंने कहा कि ये उपाय पहले से ही थे और संदिग्ध लोगों को जांच के दौरान इसे हटाने के लिए कहा जाता था। लेकिन अब इसका सख्ती से पालन किया जाएगा। यह सुनिश्चित किया जाएगा कि सभी चेहरे सुरक्षाकर्मी देख सकें और चेहरे सीसीटीवी कैमरों में कैद हो सकें। अगर कोई दुर्घटना होती है तो हर किसी की पहचान हो सके।
करीब दो दर्जन स्टेशनों पर सीआईएसएफ ने सुरक्षा बढ़ाई
हुडा सिटी सेंटर, जहांगीरपुर लाइन और द्वारका सेक्टर 21, नोएडा सिटी सेंटर वैशाली लाइन पर करीब दो दर्जन स्टेशनों पर सीआईएसएफ ने सुरक्षा बढ़ा दी है और अधिक क्षेत्र में सशस्त्र पहरा दिया जा रहा है। सीआईएसएफ के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि सुरक्षा वाले इलाके का विस्तार किया गया है और इस कदम से जांच में कोई अतिरिक्त समय नहीं लगेगा और न ही कोई परेशानी होगी।
अधिकारियों ने कहा कि ये उपाय मेट्रो स्टेशनों की समग्र सुरक्षा को ध्यान में रखकर किए गए हैं। पहले चरण में करीब 24 स्टेशनों को नए सुरक्षा तंत्र के तहत लाया जा रहा है और सीआईएसएफ जगह की उपलब्धता के साथ ही और स्टेशनों पर भी ये उपाय करेगा।
अधिकारियों ने कहा कि सीआईएसएफ, गृह मंत्रालय, दिल्ली पुलिस और खुफिया ब्यूरो के समन्वित विश्लेषण के बाद यह तय किया गया कि स्टेशन का सुरक्षा क्षेत्र यात्रियों को टोकन बेचे जाने वाले स्थान से लेकर वहां तक बढ़ाया जाए जहां ‘पेड और अनपेड’ क्षेत्र शीशे की दीवार से अलग होते हैं। राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में दिल्ली मेट्रो के करीब 150 स्टेशनों में से अधिकतर पर यह व्यवस्था की जाएगी।
शीशे की उंचाई बढ़ाई जा रही
कई स्टेशनों पर शीशे की उंचाई बढ़ाकर करीब छह फुट किया जा रहा है ताकि किसी सामान का आदान प्रदान नहीं हो सके। राष्ट्रीय राजधानी और इसके पड़ोसी शहरों गाजियाबाद, नोएडा, फरीदाबाद और गुडगांव में चालू स्टेशनों की सुरक्षा के लिए सीआईएसएफ के करीब पांच हजार पुरुष और महिलाकर्मियों को तैनात किया गया है। करीब 26 लाख लोग हर दिन रैपिड रेल नेटवर्क का इस्तेमाल करते हैं।