ज्ञान भंडार
अब ‘बाहुबली’ ने यहां की राजनीति में मचाया तहलका
छत्तीसगढ़ के मुंगेली में सोशल मीडिया और व्हाट्सऐप पर राजनीतिक दलों और शीर्ष नेताओं पर की जा रही अभद्र टिप्पणी और लगातार बहस से अब विवाद की स्थिति बनने लगी है. इसे लेकर एनएसयूआई और एबीवीपी छात्र संगठन के पदाधिकारी अपने-अपने तर्क देने लगे हैं. समय रहते ही यदि वाद-विवाद और अभद्र टिप्पणियों पर रोक नहीं लगी तो निसंदेह यह किसी भी दिन किसी बड़े विवाद का रूप ले लेगी.
मुंगेली जिले में इन दिनों बाहुबली के नाम से एक व्हाट्सऐप ग्रुप काफी चर्चा में है. इस ग्रुप में अधिकारी जनप्रतिनिधि, नेता, व्यापारी सहित 255 लोग शामिल हैं. वैसे तो इस व्हाट्सऐप ग्रुप को नगर की समस्याओं के निराकरण के लिए बनाया गया था, लेकिन इस पर हो रही राजनीतिक चर्चाएं और उन पार्टियों पर की जा रही छींटाकशी से अब छात्र संगठन व राजनीतिक दलों में जुबानी जंग तेज हो गई है.
एनएसयूआई के नेता राजा मानिकपुरी और शहर कांग्रेस अध्यक्ष रोहित शुक्ला अपने संगठन को सबसे पहले का छात्र संगठन बता रहे हैं और एसएनजी कॉलेज का शासकीयकरण नहीं करा सकने के लिए एबीवीपी को जिम्मेदार बता रहे हैंवहीं एबीवीपी के जिला संयोजक यश गुप्ता ने एनएसयूआई को कुकुरमुत्ता की संज्ञा देते हुए छात्र चुनाव में ही दिखने का आरोप लगाते हुए अपने संगठन को छात्र हित में काम करने वाला बताया. साथ ही भाजपा के किसी भी शीर्ष नेताओं या जनप्रतिनिधियों पर सोशल मीडिया में सोच-समझ कर टिप्पणी करने की नसीहत दे रहे हैंवही सोशल मीडिया में बढ़ते विवाद को शांत कराने के लिए कांग्रेस व भाजपा के वरिष्ठ नेता आपस में चर्चा कर दोनों ही छात्र संगठनों को समझाते हुए बड़े नेताओं पर टिप्पणी करने के विवाद से बचने के साथ ही नगर हित में कार्य करने की नसीहत दे रहे हैं