अब मंगल ग्रह पर बना सकते हैं अपना आशियाना, विशाल भूमिगत पर मिली पानी की पहली झील
खोजकर्ताओं ने दावा किया है कि मार्सियन हिम खण्ड के नीचे अवस्थित झील 20 किलोमीटर चौड़ी है, यह मंगल ग्रह पर पाया गया अब तक का सबसे बड़ा जल निकाय है। इस झील की खोज यूरोपियन स्पेस एजेंसी के मार्स एक्सप्रेस ऑर्बिटर से भेजे गए रडार मार्सिस की मदद से की गई। इसे 2003 में प्रक्षेपित किया गया था। मार्सिस को लाल ग्रह की सतह पर पानी की खोज के लिए ही लगाया गया था।
पहले के शोध में मंगल के धरातल पर तरल जल के संभावित चिन्ह मिले थे, लेकिन ये जल के पाए जाने का पहला ऐसा प्रमाण है, जो वर्तमान में मौजूद है। ऑस्ट्रेलिया के स्विनबर्न विश्वविद्यालय में सहायक प्रोफेसर एलन डफी ने इसे शानदार उपलब्धि करार देते हुए कहा कि इससे जीवन के अनुकूल परिस्थितियों की संभावनाएं खुलती हैं। इससे पहले अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने घोषणा की कि मंगल पर 2012 में उतरे खोजी रोबोट क्यूरियोसिटी को चट्टानों में तीन अरब साल पुराने कार्बनिक अणु मिले हैं।
यह इस बात की ओर संकेत करती है कि उस जमाने में इस ग्रह पर जीवन रहा होगा। नासा के सौर प्रणाली अन्वेषण विभाग के निदेशक पॉल महाफी ने कहा कि यह एक रोमांचक खोज है।