अभिनंदन को PAK में रोकने की आखिरी दम तक की गई कोशिश, लेकिन नही मिली कामयाबी
भारतीय वायुसेना के जांबाज पायलट अभिनंदन को रोकने के लिए पाकिस्तान में पूरी कोशिश हुई, लेकिन सफलता नहीं मिली. आखिरकार गुरुवार को पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान को अभिनंदन को छोड़ने का ऐलान करना पड़ा. भारतीय वायुसेना के पायलट विंग कमांडर अभिनंदन को पाकिस्तान में रोकने के लिए इस्लामाबाद हाईकोर्ट में याचिका तक दायर की गई. हालांकि इस्लामाबाद हाईकोर्ट ने अभिनंदन की रिहाई रोकने के लिए दायर याचिका शुक्रवार को खारिज कर दिया.
पाकिस्तान के एक नागरिक ने इस्लामाबाद हाईकोर्ट में याचिका दायर कर अभिनंदन की होने वाली रिहाई रोकने की मांग करते हुए कहा था कि उन्होंने पाकिस्तान के खिलाफ अपराध किया है. लिहाजा यहां पर उनके खिलाफ मुकदमा चलना चाहिए. याचिका में कहा गया था कि कोर्ट भारतीय वायुसेना के पायलट अभिनंदन को भारत को सौंपने के इमरान खान सरकार के फैसले पर रोक लगाए. याचिकाकर्ता ने कहा था कि भारतीय पायलट ने पाकिस्तान में बम गिराने के लिए हवाई क्षेत्र का उल्लंघन किया और पाकिस्तान के खिलाफ अपराध किया है. लिहाजा भारतीय पायलट के खिलाफ सुनवाई यहीं होनी चाहिए.
नियंत्रण रेखा (LoC) पर दोनों देशों की वायुसेना के बीच हुई हवाई भिड़ंत के दौरान बुधवार को मिग 21 पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में गिर गया था. इसके बाद मिग 21 में सवार भारतीय पायलट अभिनंदन को पाकिस्तान ने पकड़ लिया था. इस हवाई भिड़ंत में भारत के वीर अभिनंदन ने पाकिस्तान के F-16 लड़ाकू विमान को मार गिराया था.
आपको बता दें कि 14 फरवरी को कश्मीर के पुलवामा में आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने सीआरपीएफ के काफिले पर आत्मघाती हमला कर दिया था, जिसमें 40 जवान शहीद हो गए थे. इसके बाद भारत ने पाकिस्तान में घुसकर जैश-ए-मोहम्मद के ठिकानों को ध्वस्त कर दिया था. इसके बाद पाकिस्तान ने भारतीय क्षेत्र में हवाई हमला किया था. हालांकि इसमें कोई हताहत नहीं हुआ था. वहीं, भारत ने पाकिस्तान का F-16 लड़ाकू विमान मार गिराया. इसको लेकर दोनों देशों के बीच तनाव काफी बढ़ गया.