इंद्रेश ने राष्ट्रीय मुस्लिम मंच दवारा आयाेजित किए गए रक्षा बंधन कार्यक्रम के दौरान ये बातें कहीं। इंद्रेश का ये बयान उपराष्ट्रपति के विदाई समारोह के दौरान अल्पसंख्यकों को लेकर दिये गये बयान के जवाब में आया है।अंसारी ने अपने विदाई भाषण में देश के अल्पसंख्यकों के असुरक्षित होने की बात कही थी। यहां तक कि मुस्लिम समुदाय ने भी अंसारी की इस बात की विरोध किया। इंद्रेश ने आगे कहा कि दस साल उपराष्ट्रपति के पद पर रहते हुए अंसारी को असुरक्षित महसूस नहीं हुआ और पद छोड़ते ही वे कट्टरपंथियों वाली बातें करने लगे हैं। कुमार ने उन्हें कांग्रेसी भी बताया।
ये भी पढ़े: अभी-अभी: हिज्बुल आतंकियों ने सेना पर की गोलीबारी, 3 जवान शहीद, 3 घायल
कुमार ने कहा कि ‘मुझे नहीं लगता कि अंसारी को कोई तकलीफ हुई हो, अगर फिर भी उन्हें लगता है कि वे भारत में सुरक्षित नहीं हैं तो वे किसी ऐसे देश में चले जाएं जहां उन्हें सुरक्षा का माहौल मिले। कुमार ने कहा कि अंसारी ऐसा कोई देश बता दें जहां मुस्लिम भारत से ज्यादा सुरक्षित रह रहे हों।
कार्यक्रम मे कश्मीर मुद्दे पर बोलते हुए कुमार ने कहा कि मंच ‘क्विट पीओके कार्यक्रम’ आयोजित कर रहा है जो 9 से 14 अगस्त तक चलेगा। उन्होंने कहा कि पीओके में रहने वाले लोग अभी भी भारत को अपना मानते हैं।
यहां तक कि आज भी जम्मू कश्मीर में 24 विधानसभा और 6 परिषदीय सीट पीओके के लिए खाली रखी गई है और मंच की मांग है कि 2018 तक इन सीटों को चुनावों या नामांकन दवारा भरा जाए। उन्होंने आगे कहा कि मंच के तत्वाधान में लाखों मुसलमान 14 अगस्त को कश्मीर में पाकिस्तान के झंडे को आग लगाएंगे।