अभी-अभी: कमांडर हिज्बुल ने दी बड़ी चेतावनी, ‘सेना से दूर रहें कश्मीरी लड़कियां’
होटेल में मेजर लीतुल गोगोई और कश्मीरी महिला के साथ-साथ जाने को लेकर उठे विवाद के बाद हिज्बुल मुजाहिदीन ने एक ऑडियो जारी करते हुए कहा है कि घाटी की महिलाएं सेना के जवानों से दूर रहें क्योंकि आतंकवादियों को पकड़ने के लिए उन्हें बतौर हनी ट्रैप के रूप में इस्तेमाल किया जा रहा है।
हिज्बुल की ओर जारी ऑडियो क्लिप में कमांडर रियाज नाइकू ने कहा है, ‘कश्मीरी लड़कियों को हनी ट्रैप में फंसाकर उनका जासूस के रूप में इस्तेमाल किया जा रहा है। आर्मी ने नीचता की हद पर उतर आई है।’ यही नहीं, रियाज ने कहा, ‘हमें जानकारी मिली है कि सेना लड़कियों को हिज्बुल के खिलाफ जासूस के रूप में प्रयोग कर रही है। आर्मी कश्मीरी लड़कियों को ब्लैकमेल कर रही है और हमारे खिलाफ भर रही है।’
आर्मी पर लगाया हिज्बुल कमांडर ने आरोप
कमांडर रियाज नाइकू ने लोगों को चेतावनी दी कि वह अपनी बेटियों को इस तरह के टूर से दूर रखें। आरोप लगाते हुए रियाज ने यह भी कहा, ‘सेना ऐसा प्रायोजन हिज्बुल के खिलाफ जासूसों का एक नेटवर्क बनाकर हथियार के रूप में करती है।’ हिज्बुल कमांडर ने आरोप लगाया कि आर्मी कश्मीरी युवाओं को गलत रास्ते पर धकेल रही है।
महिला ने मैजिस्ट्रेट के सामने दिया था यह बयान
बता दें कि पिछले साल कश्मीर में पत्थरबाज को जीप से बांधकर घुमाने के बाद चर्चा में आए मेजर गोगोई बुधवार एक महिला के साथ होटेल में घुसे थे लेकिन स्टाफ द्वारा मना करने के बाद उनकी वहां कहासुनी हो गई थी। इसके बाद गोगोई को पुलिस हिरासत में लेकर पूछताछ भी की गई थी। हालांकि महिला ने सीआरपीसी की धारा 164 के तहत स्थानीय मैजिस्ट्रेट के सामने बयान दिया कि वह मेजर की सोशल नेटवर्किंग साइट फ्रेंड है। आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, महिला ने मैजिस्ट्रेट से कहा कि वह अपनी मर्जी से होटेल जा रही थी क्योंकि वह आर्मी अधिकारी के साथ समय बिताना चाहती थी जो उसका दोस्त है।
हिज्बुल कमांडर रियाज नाइकू ने दी धमकी
गौरतलब है कि अपने सद्भावना मिशन के तहत आर्मी घाटी में रहने वाले स्कूली बच्चों को देश के अलग-अलग स्थानों पर घुमाने के लिए ले जाती है। नाइकू ने ऐसे कार्यक्रमों पर आपत्ति जताई और कहा, ‘हम उन माता-पिता को नहीं बख्शेंगे जो अपनी बेटियों को आर्मी टूर पर भेजते हैं। यदि छात्र-छात्राओं को आर्मी टूर पर भेजने का दबाव बनाया तो शिक्षकों को भी नहीं बख्शा जाएगा। मैं युवाओं से आग्रह करता हूं कि आर्मी की गतिविधियों और उनके मुखबिर मत बनिए।’