प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुरुवार तड़के अपनी दो दिवसीय यात्रा पर दक्षिण कोरिया की राजधानी सियोल पहुंचे. यहां एयरपोर्ट पर उनका स्वागत शानदार तरीके से किया गया, भारतीय समुदाय के लोगों ने भी वहां ‘मोदी-मोदी’ के नारे लगा उनका अभिनंदन किया. PM मोदी बुधवार रात को ही भारत से सियोल के लिए रवाना हुए थे. यहां प्रधानमंत्री दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति मून जे इन के साथ द्विपक्षीय वार्ता करेंगे, इसके अलावा वह स्थानीय उद्योगपतियों और वहां पर भारतीय समुदाय के लोगों से भी मुलाकात करेंगे.
21 फरवरी को प्रधानमंत्री का कार्यक्रम – (भारतीय समयानुसार)
सुबह 11 बजे – भारत-दक्षिण कोरिया उद्योगपतियों से मुलाकात
दोपहर 12.30 बजे – यॉनसाइ यूनिवर्सिटी में महात्मा गांधी की प्रतिमा का अनावरण
दोपहर 1 बजे – मेयर से मुलाकात, भारत-कोरिया संसद सदस्यों से मुलाकात
शाम 6 बजे – राष्ट्रपति मून जे इन के साथ डिनर
रात 9 बजे – कम्युनिटी इवेंट में हिस्सा
रवाना होने से पहले प्रधानमंत्री मोदी ने दक्षिण कोरिया को मूल्यवान मित्र और मेक इन इंडिया, स्वच्छ भारत, स्टार्ट अप इंडिया जैसे कार्यक्रमों में विशेष सामरिक साझीदार बताया.
प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट किया था, ‘‘मैं बुधवार शाम को दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति राष्ट्रपति मून जे इन के निमंत्रण पर दक्षिण कोरिया के लिए रवाना हो जाऊंगा. हम दक्षिण कोरिया को एक मूल्यवान मित्र मानते हैं जिसके साथ हमारी विशेष सामरिक भागीदारी है. इस यात्रा से द्विपक्षीय सहयोग को बढ़ावा मिलेगा.’’
उन्होंने कहा कि लोकतंत्र के साथी के रूप में भारत और दक्षिण कोरिया ने साझा मूल्य और विश्व शांति के लिए एक दृष्टिकोण साझा किया है. बाजार अर्थव्यवस्था के साथी के रूप में हमारी ज़रूरतें और ताकत एक दूसरे की पूरक हैं. दक्षिण कोरिया मेक इन इंडिया, स्वरच्छस भारत और स्टा़र्ट अप इंडिया का महत्वकपूर्ण साझीदार है.
मिलेगा सियोल शांति सम्मान
इस यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री मोदी दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति मून जे इन के साथ सामरिक मुद्दों समेत द्विपक्षीय संबंधों के विविध आयामों पर चर्चा करेंगे. उन्हें वहां सियोल शांति सम्मान भी प्रदान किया जायेगा.
इस यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को 2018 का सियोल शांति सम्मान प्रदान किया जायेगा. इससे संबंधित समारोह का आयोजन सियोल शांति सम्मान सांस्कृतिक फाउंडेशन ने 22 फरवरी को किया है जो राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मोदी के योगदान को मान्यता प्रदान करने के बारे में है.