डीजीपी मनोज भट्ट ने भी आनंदपाल की एनकाउंटर में मौत की पुष्टि कर दी है। मिली जानकारी के अनुसार, आनंदपाल के रिश्तेदारों को पुलिस ने उसके कुछ रिश्तेदारों को अरेस्ट किया था। जिनसे आनंदपाल के चुरू में होने की पुख्ता खबर मिली थी।
इसके बाद पुलिस ने उसे घेरने की रणनीति बनाई और रतनगढ़ के पास मालासर में पुलिस टीम ने आनंदपाल को मार गिराया। इस दौरान आनंदपाल तथा उसके गुर्गों के बीच काफी देर तक गोलियां चली। इसमें पुलिस के दो जवान भी घायल हुए है। जिनमें से एक की हालात गंभीर बताई जा रही है। घायलों को पहले मालासर अस्पताल ले गया उसके बाद उन्हें देर रात जयपुर के सवाई मानसिंह अस्पताल के लिए रैफर कर दिया गया।
इस एनकाउंटर के दौरान आनंदपाल को छह गोलियां लगी है। इस दौरान उसके दो साथी गट्टू और देवेंद्र को पुलिस ने जिन्दा पकड़ लिया है। हालांकि ये दोनों घायल है। इस एनकाउंटर के बाद सीकर, चुरू, बीकानेर और जयपुर से भी पुलिस के आधा अधिकारी मौके पर रवाना हो गए है।