नई दिल्ली: केरल के सबरीमाला मंदिर में हर उम्र की महिलाओं को प्रवेश देने और नहीं देने के मामले पर मचे घमासान के बीच कनकदुर्गा और अम्मिनी नाम की दो महिलाओं ने एक जनवरी की रात चोरी-छिप्पे मंदिर में प्रवेश करने का दावा किया। सिर्फ महिलाओं ने ही नहीं बल्कि केरल के मुख्यमंत्री ने भी मंदिर में महिलाओं के प्रवेश की पुष्टि की थी। हालांकि अब दोनों महिलाओं की जान खतरे में बताई जा रही है।
अपनी जान बने खतरे को लेकर दोनो महिलाओं ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर कर कोर्ट को अपनी मांगों से अवगत कराया। इस दौरान महिलाओं ने अपनी सुरक्षा पर खतरा बताते हुए इस मुद्दे का भा जिक्र किया जिसमें कहा गया है कि 10 से 50 साल की महिलाओं के मंदिर में प्रवेश करने के बाद मंदिर की शुद्धिकरण करने पर रोक लगाई जाए। हालांकि कोर्ट मे फिलहाल महिला की इस मांग पर सुनवाई करने से मना कर दिया है।
लेकिन कोर्ट ने केरल सरकार को आदेश दिया है कि महिलाओं की सुरक्षा सुनिस्चित की जाए। आपको बता दें कि इससे पहले मंदिर में सिर्फ दो महिलाओं के ही प्रवेश की खबर थी। लेकिन अब मीडिया रिपोर्ट्स के हवाले से मिली जानकारी के अनुसार केरल सरकार की ओर से दावा किया गया है, हर उम्र की महिला को मंदिर में जाने देने के फैसले के बाद अब तक 51 महिलाएं मंदिर में प्रवेश कर चुकी हैं।