आतंकवाद के मुद्दे पर यूं तो पाकिस्तान पूरी दुनिया के सामने पहले ही बेनकाब हो चुका है, लेकिन दुनिया के सबसे ताकतवर देश यानी अमेरिका की ओर से साल के पहले ही दिन की गई बड़ी कार्रवाई ने पड़ोसी मुल्क की बची-खुची साख को भी मिट्टी में मिला दिया है। सोमवार को पाकिस्तान को जबरदस्त तरीके से लताड़ने के बाद अमेरिका के ट्रंप प्रशासन ने मंगलवार को पाकिस्तान को दी जाने वाली 1624 करोड़ की सैन्य सहायता रोक लगा दी। यह कार्रवाई भले अमेरिका की ओर से की गई है, लेकिन इसमें भारत की भूमिका को भी नकारा नहीं जा सकता जो हर वैश्विक मंच पर पाकिस्तान को एक्सपोज करता रहा है।
उड़ी अटैक के बाद भारत का मिशन ‘अलग-थलग’
अब आतंकियों को कैसे पालेगा पाकिस्तान?
पाकिस्तान को अमेरिकी सहायता रोके जाने का सीधा असर आतंकवादी संगठनों को मिलने वाली फंडिग पर पड़ेगा। माना जाता है कि पाकिस्तान अमेरिका से मिलने वाली मदद अप्रत्यक्ष रूप से आतंकवादियों को पालने-पोसने के लिए करता है। पाकिस्तानी सेना द्वारा आतंकी संगठनों को मिलने वाला संरक्षण कोई रहस्य नहीं रह गया है। अन्य विदेश स्रोतों से आतंकी संगठनों को मिलने वाली फंडिग को भी भारत रोकने की कोशिशों में जुटा हुआ है और इस दिशा में काफी सफलता भी मिली है। पाकिस्तान के आतंकी संगठन हिज्बुल मुजाहिदीन पर अमेरिका बैन लगा चुका है। साथ ही उसके मुखिया सैयद सलाहुदीन का नाम भी अंतरराष्ट्रीय आतंकवादियों की सूची में शामिल हो चुका है। अमेरिकी कार्रवाई से भारत के स्टैंड को अंतरराष्ट्रीय बिरादरी के बीच और ताकत मिलेगी।
दरअसल, अमेरिका और पाकिस्तान के बीच रिश्ते पिछले कुछ वक्त से खराब चल रहे हैं। दोनों देशों के नेताओं के बीच इसे लेकर काफी बयानबाजी भी हुई। ट्रंप प्रशासन लगातार पाकिस्तान को आतंकियों और उनके संगठनों के खिलाफ कार्रवाई के लिए कहता रहा, लेकिन चीन के दम पर इतराने वाले पाकिस्तान के कान पर जूं तक नहीं रेंगी। दिखावे के लिए उसने कुछ कार्रवाई का नाटक जरूर किया, लेकिन आतंकी संगठनों को कभी जड़ से उखाड़ने की दिशा में कोई बड़ा कदम नहीं उठाया। अमेरिका को यहां तक कहना पड़ा कि अगर पाकिस्तान ने कार्रवाई नहीं की, तो वह अपने तरीके से निपटेगा। लेकिन इस कड़ी चेतावनी का भी पाकिस्तान पर कोई असर नहीं हुआ। ऐसे में सोमवार को आखिरकार वही हुआ जिसका भारत को भी लंबे वक्त से इंतजार था। अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने पाकिस्तान को लताड़ने हुए सैन्य सहायता रोकना का बड़ा ऐलान कर दिया।