27 August 2019, Mecklenburg-Western Pomerania, Cammin: Soldiers of Air Defence Missile Group 21 of the Bundeswehr Air Force are practicing the establishment of an air defence position. For this purpose, several mobile launchers (Launching Station) are set up, which can carry up to four Patriot missiles. The anti-aircraft missile group was stationed in Turkey from 2012 to 2015. Around 600 soldiers work in the air defence missile group 21. Photo: Jens B?ttner/dpa-Zentralbild/ZB (Photo by Jens Büttner/picture alliance via Getty Images)
वॉशिंगटन : सऊदी अरब (Saudi Arabia) में तेल निर्यात करने वाली कंपनी अरामको (ARAMCO) पर हुए हमले ने पूरे विश्व की आर्थिक स्थिति को हिलाकर रख दिया था, जिसके बाद कई देशों ने अपनी टीम सऊदी अरब भेजकर यहां जांच के बाद कुछ महत्वपूर्ण तथ्य जुटाने की कोशिश की और सैन्य सुरक्षा भी दी.
वहीं, अब अमेरिका भी सऊदी तेल संयंत्रों पर हुए हमलों के बाद सऊदी अरब में लगभग 200 सहायता सैनिकों और मिसाइल रक्षा उपकरणों को तैनात करेगा. अमेरिकी रक्षा मंत्री मार्क एस्पर ने अपने एक बयान में यह बात कही. समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, पेंटागन की ओर से गुरुवार को जारी एक बयान में एस्पर ने कहा कि अमेरिका एक पैट्रियट मिसाइल सिस्टम बैटरी, चार सेंटिनल रडार और लगभग 200 सहायता सैनिकों को भेजेगा.
बयान के अनुसार, यह कदम महत्वपूर्ण सैन्य और नागरिक बुनियादी ढांचे के लिए देश की एयर और मिसाइल रक्षा में वृद्धि करेगा. एस्पर ने कहा कि उन्होंने दो और पैट्रियट बैटरी और एक टर्मिनल हाई एल्टीट्यूड एरिया डिफेंस सिस्टम (टीएचएएडी) सहित अतिरिक्त अमेरिकी सेनाओं को तैनात करने की मंजूरी दे दी है.
पेंटागन प्रमुख की घोषणा अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा खाड़ी में और अधिक अमेरिकी सेना भेजने को मंजूरी देने के एक सप्ताह बाद सामने आई है.
वॉशिंगटन ने इस महीने की शुरुआत में पूर्वी सऊदी अरब में तेल उत्पादन संयंत्रों पर ड्रोन हमलों के लिए ईरान को जिम्मेदार ठहराया था, हालांकि ईरान ने इन आरोपों को सिरे से नकार दिया.