नई दिल्ली : राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के प्रमुख मोहन भागवत ने कहा कि अगर अयोध्या में राम मंदिर फिर से नहीं बनाया गया तो हमारी संस्कृति की जड़ें कट जाएंगी। हमें राम मंदिर चाहिए। वैसे राम मंदिरों की कोई कमी नहीं है, लेकिन राम की जन्मभूमि एक ही है। लोगों ने वहां तोड़फोड़ की। इसको लेकर हमें कोई द्वेष नहीं है। हम हिंदू हैं। अब हम स्वतंत्र हैं तो हमारे देश में जहा तोड़फोड़ हुई है। उसे ठीक करेंगे कि नहीं? वहीँ राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) के राष्ट्रीय संयोजक इन्द्रेश कुमार ने जयपुर में कहा कि अयोध्या के राम जन्म भूमि और विवादित ढांचे को लेकर चल रहा झगड़ा मंदिर का नहीं बल्कि राम जन्म स्थान को लेकर है। राम का जन्म स्थान एक ही है और वह आयोध्या में है जो हिन्दुओं की आस्था का केन्द्र है। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार ईसाई धर्मावलम्बियों का पावन स्थान वेटिकन सिटी और मुसलमानों का मक्का मदीना है उसी तरह हिन्दुओं का पावन स्थान भगवान राम का जन्म स्थान अयोध्या है।
रविवार को पालघर जिले के डहाणू में विराट हिंदू सम्मेलन में हिस्सा लेते हुए मोहन भागवत ने कहा कि इसमें कोई शक नहीं कि मंदिर वहीं बनाया जाएगा, जहां वह पहले था। हाल में देश के कई हिस्सों में हुए जातिगत हिंसा पर भगवत ने चिंता जताई। उन्होंने कुछ पार्टियों को इसके लिए जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने कहा कि जिनकी दुकानें बंद हो गईं (जो चुनाव में हार गए), वे अब लोगों को जाति के मुद्दों पर लड़ने के लिए उकसा रहे हैं।