नई दिल्ली : कारोबारी अनिल अंबानी एक दशक पहले तक 42 करोड़ डॉलर की नेट संपत्ति के साथ दुनिया के सबसे अमीर लोगों में से एक थे। लेकिन अब हो सकता है कि जल्द ही वह अरबपतियों की लिस्ट से बाहर हो जाएं। मंगलवार को दलाल स्ट्रीट पर कारोबार बंद होने के समय, अनिल अंबानी के मालिकाना हक वाले रिलायंस ग्रुप कंपनियों का संयुक्त मार्केट कैपिटलाइजेशन महज 5,400 करोड़ रुपये (करीब 773 मिलियन डॉलर) रह गया। अनिल अंबानी के पास अपने ग्रुप की सभी 6 कंपनियों- रिलायंस इन्फ्रास्ट्रक्चर, रिलायंस नेवल ऐंड इंजिनियरिंग, रिलायंस पावर, रिलायंस कैपिटल, रिलायसं होम फाइनैंस और रिलायंस कम्युनिकेशंस में 75 प्रतिशत स्टेक्स हैं। उनके ग्रुप में लिस्टेड कंपनियों की मार्केट वैल्यू देखें तो अंबानी भाइयों में छोटे अनिल अंबानी की संपत्ति बिलियन-डॉलर से कम होगी। कुछ समय पहले तक ही ग्रुप के पास प्रॉफिट देने वाले म्यूचुअल फंड बिजनस रिलायंस निपॉन लाइफ ऐसेट्स मैनेजमेंट में एक बड़ा हिस्सा था। यह जापानी कंपनी निपॉन लाइफ के साथ चलने वाला एक जॉइंट वेंचर है, जिसे हाल ही में इसके पार्टनर को बेच दिया गया। हाल ही में इसकी वैल्यू 13, 500 करोड़ रुपये (2 बिलियन डॉलर से ज्यादा) आंकी गई है। यह फंड हाउस अब जापानी इंश्योरेंस दिग्गज को ट्रांसफर करने की प्रक्रिया में है।