दस्तक टाइम्स/एजेंसी
नई दिल्ली: वित्त मंत्री अरुण जेटली ने आज कहा कि संसद की कार्यवाही में बार-बार व्यवधान डालने वाली कांग्रेस को संसदीय प्रणाली पर देश के प्रथम प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू के भाषण की याद करना चाहिए। जेटली ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की तरफ से जारी एक लेख में लिखा है कि संसद का पिछला सत्र हंगामे की भेंट चढ़ गया था और इस सत्र में भी ऐसा ही हो रहा है। इस सत्र में हंगामे के कारण हरेक घंटे में बदल रहे हैं। देशवासी इंतजार कर रहे है कि संसद जनहित के मुद्दों पर चर्चा करे और जीएसटी पर कानून बनाये लेकिन इनमें अनिश्चितकालीन देरी हो रही है। हमें खुद से यह सवाल पूछने की जरूरत है कि क्या हम खुद के साथ और देश के साथ न्याय कर रहे हैं।वित्त मंत्री ने पंडित नेहरू द्वारा 28 मार्च 1957 को पहली लोकसभा के अंतिम दिन दिए गये भाषण का उल्लेख करते हुए कहा कि सभी को इसे पढऩा चाहिए। पंडित नेहरू ने तब कहा था, ‘‘इस संसद में बैठे लोग देश का शासन चलाने के लिए जिम्मेदार हैं। देशवासियों का भविष्य हमारे हाथ में है। हम सभी को अपनी जिम्मेदारी का अहसास होना चाहिए। हम इस लायक हैं या नहीं यह अलग मुद्दा है। पिछले पांच वर्षों के दौरान हमने इतिहास बनाने का काम किया है।’’ उन्होंने कहा कि पंडित जी की विरासत पर दावा करने वालों को खुद से यह सवाल पूछना चाहिए कि वे किस तरह का इतिहास बना रहे हैं।