अरे वाह : गुड़गांव से ‘गुरुग्राम’ क्या हुआ, ट्विटर तो पूरी तरह दीवाना हो गया…
एजेन्सी/ नई दिल्ली: गुड़गांव से ‘गुरुग्राम’ तक… जी नहीं, यह दो शहरों की कहानी नहीं, बल्कि ‘नए अवतार’, या यूं कहिए, सिर्फ एक बार फिर नामकरण संस्कार किए जाने की कहानी है… और आप तो जानते ही हैं, आज की दुनिया में सोशल मीडिया, और खासतौर से माइक्रो-ब्लॉगिंग वेबसाइट ट्विटर, पर लोग इस तरह की ख़बरों पर कैसे ‘टूट पड़ते हैं…’
अब मंगलवार शाम से ही सोशल मीडिया पर ढेरों लोग ‘गुरुग्राम’ को लेकर ट्वीट करने में जुटे हुए हैं, और उन्होंने गुड़गांव का नाम बदलकर ‘गुरुग्राम’ किए जाने की पीछे की वजहों के बारे में अटकलें तो लगाई ही हैं (क्योंकि हरियाणा की मनोहरलाल खट्टर सरकार ने कोई वजह बताई ही नहीं), बहुत-से अन्य शहरों के लिए नए नामों का सुझाव देने से भी नहीं चूके…
सो, अब लगभग पिछले 24 घंटे से ‘गुरुग्राम’ ट्विटर पर ट्रेंड कर रहा है, और ढेरों ट्वीट में से कुछ चुनिंदा हम आपके लिए यहां लाए हैं, जिनमें कुछ का कहना है कि हरियाणा सरकार को नाम परिवर्तन में समय खराब नहीं करना चाहिए, जबकि कुछ की चिंता इस बात को लेकर है कि अब ‘गुरुग्राम’ में ज़मीन-जायदाद की कीमतें कैसे बढ़ेंगी या घटेंगी… और हां, हमारे-आपके जैसे आम लोगों ने ही नहीं, जानी-मानी हस्तियों ने भी ‘गुरुग्राम’ को लेकर हंसी-मज़ाक करने में कोई कसर नहीं छोड़ी…
एक और मज़ेदार बात यह रही कि कुछ ट्वीट में लगभग तीन दशक पहले भारत में बेहद मशहूर हुए पंजाबी गायक मलकीत सिंह का गीत ‘गुड़ नालों इश्क मिट्ठा…’ भी दोबारा सामने नज़र आया…
वैसे, इधर हम यह ख़बर लिख रहे हैं, और इस वक्त भी #Gurugrammars (‘गुरुग्राम’ में रहने वाले) और non-Gurugrammars (‘गुरुग्राम’ में नहीं रहने वाले) लगातार सक्रिय हैं, और ट्वीट बढ़ते जा रहे हैं… खैर, हम आपके लिए कुछ चुनिंदा ट्वीट यहां लाए हैं – मुलाहिज़ा फरमाइए…
अंत में, बस इतना ही कहना है – इन सब ट्वीट को पढ़ने के बाद हंसी ज़रूर आ रही है, लेकिन साथ ही विलियम शेक्सपियर का यह कथन भी याद आ रहा है – नाम में क्या रखा है…