50 साल बाद सहपाठी से मिले अनुपम खेर, बोले-यह हमेशा फर्स्ट आता था तो मैं लास्ट
नई दिल्ली: सफलता के शिखर पर पहुंचने के बाद कोई ही सज्जन व्यक्ति होगा जो अपने बचपन के साथियों को याद रखे। गुरुवार को ऐसा ही कुछ देखने को मिला सोलन शहर के कोटलानाला में। आज अचानक दिग्गज अभिनेता अनुपम खेर अपने सहपाठी रहे अनिल दत्ता को मिलने पहुंच गए। इन दोनों दोस्तों का यह मधुर मिलन पूरे 50 साल बाद संभव हुआ है। दोनों दोस्त एक-दूसरे से मिलकर बहुत ही खुश दिखे। दोनों ने बचपन की यादें ताजा करते हुए स्कूली समय के दिनों को भी याद किया।
बता दें कि अनुपम खेर साढ़े तीन दशक से भी अधिक समय से बॉलीवुड में अपने जबरदस्त अभिनय के दम पर लाखों लोगों के दिलों पर राज कर रहे हैं। शिमला से उनका गहरा नाता है। यहां उनका अपना मकान है, जहां वह अकसर आते रहते हैं। कोरोना के कारण लगी बंदिशों के खुलने के चलते काफी समय बाद बॉलीवुड अभिनेता अनुपम खेर मुंबई से अपने शिमला स्थित घर की ओर जा रहे थे। इस दौरान वह रास्ते में सोलन के कोटलानाला स्थित अपने मित्र अनिल दत्ता के पास थोड़ी देर के लिए रुके। इस दौरान अनुपम खेर की मां दुलारी देवी भी साथ थी। पता चला है कि अनुपम खेर कुछ दिन शिमला के सुहावने मौसम का आनंद लेंगे। वह चार पांच-दिन बिताकर वापस लौटेंगे।
अनुपम खेर ने इस मुलाकात का वीडियो शेयर करते हुए अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर लिखा कि शिमला के रास्ते में मुझे अपने स्कूल के दोस्त अनिल दत्ता से 50 साल बाद सोलन में मिलकर खुशी हुई। पिछली बार जब हमने एक-दूसरे को देखा था तब हम 1971 में 11वीं कक्षा में थे। मेरी मां दुलारी देवी भी उनसे मिलकर खुश हुईं। स्कूल के दोस्त सबसे अच्छे होते हैं। साथ ही अनुपम ने कहा कि हम दोनों दोस्तों में बहुत बड़ा फासला था, फिर भी हम करीब हैं। अनिल पढ़ने में बहुत तेज थे। वह अक्सर फर्स्ट आते थे तो मैं लास्ट में रहता था।