जीवनशैली

असली और नकली लेदर जैकेट की पहचान के लिए अपनाए ये टिप्स

सर्दियों के इस मौसम में बाजार में चमड़े के ढेरों किस्म के जैकेट मिल जाएंगे, असली चमड़े की पहचान न कर पाने के कारण ठगे जाने की संभावना भी रहती है। ऐसे में आप असली चमड़े की जैकेट कैसे खरीदें और ठगे न जाएं, इसके लिए चमड़े की पहचान के कई तरीके हैं।

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विशेषज्ञों के अनुसार, बनावट और गंध से असली और नकली चमड़े के बीच फर्क किया जा सकता है।

आइए चमड़े के व व अन्य सामानों की ऑनलाईन बिक्री करने वाली वेबसाइट ‘वोगानाउ डॉट कॉम’ के निदेशक अर्शबीर सिंह भाटिया से जानते हैं असली व नकली चमड़े की पहचान के तरीके -:

-: चमड़े को पहचानने का आसान तरीका है उसे दबाकर या खींचकर देखना। अगर चमड़ा असली है तो इसमें सिकुड़न और खिंचाव नजर आएगा और अगर नकली है तो इस पर कोई फर्क नहीं दिखेगा।

-: असली चमड़ा जल्दी खराब नहीं होता और यह 10 साल से अधिक समय तक भी टिका रह सकता है।

-: खरीदने से पहले चमड़े के जैकेट को अच्छी तरह छूकर और महसूस कर जांच लें। जैकेट की सामग्री में हल्की-फुल्की खराबी असली चमड़े की पहचान है। असली चमड़े से प्लास्टिक या केमिकल की गंध नहीं आती है, जबकि नकली लेदर जैकेट से ऐसे गंध आते हैं।

-: असली चमड़े के जैकेट को खींचने पर उसमें बहुत बारीक छेद नजर आते हैं, जो रोमछिद्रों के छेद होते हैं। जबकि कृत्रिम चमड़े के जैकेट को खींचने पर यह आपको नजर नहीं आएगा।

-: असली चमड़े का जैकेट छूने पर मुलायम व कोमल स्पर्श देगा, जबकि नकली चमड़ा कठोर महसूस होता है।

-: असली चमड़ा आसानी से पानी को अवशोषित कर सकता है, जबकि नकली चमड़ा पानी अवशोषित नहीं कर पाता है और इसकी सतह पर पानी की बूंदें नजर आती हैं।

-: असली चमड़े के जैकेट को मोड़ने या खींचने पर लचीलापन और रंग में थोड़ा बदलाव नजर आएगा। वहीं नकली चमड़ा कठोर व सख्त बना रहेगा।

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