आक्रामक प्रचार से बचेंगे पीएम नरेंद्र मोदी
एजेन्सी/नई दिल्ली में केजरीवाल और बिहार में नीतिश के खिलाफ विधानसभा चुनावों में जमीन आसमान एक कर चुके प्रधानमंत्री नरेंन्द्र मोदी तमिलनाडु और पश्चिम बंगाल में फूंक-फूंक कर कदम रख रहे हैं। तमिलनाडु और पश्चिम बंगाल जैसे बड़े और महत्वपूर्ण राज्य में मोदी ने अभी तक सिर्फ दो दिन चुनाव प्रचार को दिए हैं। मोदी इस बार चुनाव प्रचार की औपचारिकता निभाएंगे।
जयललिता और ममता की वापसी तय
भाजपा सूत्रों के अनुसार तमिलनाडु में जयललिता और पश्चिम बंगाल में ममता की वापसी को भाजपा तय मान रही है। ऐसी स्थिति में भाजपा नहीं चाहती कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को ओवर एक्सपोज कर चुनाव परिणामों के बाद उनके लिए असहज स्थिति पैदा की जाए, जैसी दिल्ली और बिहार चुनाव के बाद हुई थी। भाजपा के एक बड़े नेता की मानें तो प्रधानमंत्री मोदी ने चुनाव प्रचार में लगे नेताओं से ममता और जयललिता के खिलाफ संयमित भाषा का इस्तेमाल करने के लिए कहा है।
जया-के साथ रहे सौहार्दपूर्ण संबंध
तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जयललिता और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संबंध अच्छे व सौहार्दपूर्ण रहे हैं। ममता और जयललिता दोनों पूर्व में एनडीए का हिस्सा रही हैं। भाजपा की कोशिश दोनों को अगले आम चुनाव के पहले एनडीए का हिस्सा बनाने की है। भाजपा के एक नेता का कहना है कि अगले लोकसभा चुनाव में स्पष्ट बहुमत नहीं आने की आशंका से निपटने के लिए मोदी और शाह अभी से एनडीए का दायरा बढ़ाने और पुराने साथियों को वापस एनडीए में लाकर अपनी स्थिति मजबूत करने में लगे हैं।