अद्धयात्म
आखिर क्यों, पूषन पर क्रोधित हुए भगवान शिव, माता सती से जुड़ी है कथा
सभी जानते हैं कि भगवान शिव जितने शांत और दयालु हैं उतने ही क्रोधी भी हैं। भक्त की सच्ची भक्ति से भगवान शिव उसकी सभी इच्छाओं को पूरी कर देते है। लेकिन वहीं अगर किसी से क्रोधित हो जाते हैं तो उसका सर्वनाश कर देते हैं।
बता दें शास्त्रों के अनुसार एक बार शिव के क्रोध का सामना पूषन को करना पड़ा और उसके सारे दांत शिवजी ने तोड़ दिए, आखिर क्यों शिवजी को पूषन पर इतना क्रोध आया, आइए जानते हैं इसकी कथा- कथानुसार पूषन 12 आदित्यों में से एक हैं और ये आकाश में रहकर पृथ्वी के सभी प्राणियों पर नजर रखते हैं।
जब सती के पिता राजा दक्ष ने यज्ञ किया तो उसमें उन्होंने पूषन को भी बुलाया, वहीं अपने दामाद शिव और पुत्री सती को इस यज्ञ में आने का निमंत्रण दक्ष प्रजापति ने नहीं भेजा। जब पिता को निमंत्रण न मिला तो सती यज्ञ में शामिल हुईं और वहां उन्हें शिव की निंदा सहनी पड़ी, जिससे वे क्रोधित हो गईं और हवन कुंड की अग्नि में कूदकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर दी। जब भगवान शिव सती की मृत्यु का पता चला तो वे बहुत क्रोधित हो गए और दक्ष प्रजापति की सभा में पहुंचे तो वहां पर पूषन भगवान शंकर को देखकर हंसने लगे। पूषन को हंसता हुआ देखकर शिवजी का क्रोध और बढ़ गया और उन्होंने गुस्से में आकर पूषन के सारे दांत तोड़ दिए।