नई दिल्ली : देश में आज करवा चौथ महिलाएं उत्साह से मना रही हैं। ज्योतिष के जानकारों के अनुसार 27 साल बाद विलक्षण महासंयोग बना रहा है। दरअसल, आज अमृत सिद्धि, सर्वार्थ सिद्धि और उच्च राशि चंद्रमा योग शामिल है। यह महायोग 27 वर्ष बाद बन रहा है इसलिए सुहागिनों को इस व्रत का विशेष फल मिलेगा। इसके बाद यह योग 16 वर्षों बाद आएगा। इससे पहले यह योग 1991 में बना था। पूरे देश में चंद्र दर्शन भी शनिवार को सवा आठ बजे तक हो जाएंगे। ज्योतिषाचार्यों के अनुसार महिलाओं को चंद्रमा को अर्घ्य प्रदान करने के साथ गणेश और चतुर्थी माता को भी अर्घ्य देना चाहिए। इसका विशेष फल मिलेगा।
कब है पूजन का शुभ समय
शाम 5.40 बजे से 6.47 बजे तक रहेगा।
चंद्रमा निकलने का समय: रात 7.28 से 8:14 बजे तक
पूजन का शुभ मुहूर्त : शाम 5:40 से शाम 6:47 बजे।
अर्घ्य देते समय पूजा की थाली में इन चीजों का होना है जरूरी
क्या करें
– दीवार पर गेरू के फलक बनाकर पिसे चावल के घोल से करवा चित्रित करें।
– पीली मिट्टी से गौरी बनाएं। उनकी गोद में गणेश जी बनाकर बैठाएं। गौरी को लकड़ी के आसन पर बैठाकर उनका शृंगार करें। लोटे में जल रखें।
– रोली से करवा पर स्वास्तिक बनाएं। गौरी गणेश की पूजा कर पति की दीर्घायु की कामना करें
– बायना भेंट देने के लिए करवा लें। करवे में गेहूं और ढक्कन में बूरा भरें। उसके ऊपर दक्षिणा रखें।