नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज केरल और तमिलनाडु के दौरे पर हैं। मगर उनकी यात्रा से पहले ही ट्विटर पर गो बैक मोदी हैशटैग (#GoBackModi) ट्रेंड कर रहा है। पीएम मदुरई में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) की आधारशिला रखेंगे और राजाजी, थंजावुर और तिरुनेलवेली में सुपर स्पेशियलिटी ब्लॉक का उद्घाटन करेंगे। ट्विटर का यह ट्रेंड राज्य का केंद्र सरकार के प्रति गुस्सा दिखाता है। इसी बीच मदुरई में एमडीएमके के मुखिया वाइको के नेतृत्व में एमडीएमके के कार्यकर्ताओं ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के खिलाफ काले झंडे दिखाकर प्रदर्शन किया और उन पर तमिलनाडु के हितों के साथ विश्वासघात करने का आरोप लगाया। पार्टी कार्यकर्ताओं ने काले रंग के गुब्बारे छोड़ने के अलावा मोदी विरोधी नारे लगाये और उन पर कावेरी एवं अन्य मुद्दों पर तमिलनाडु के हितों के साथ विश्वासघात करने का आरोप लगाया। राज्य का कथित आरोप है कि सरकार गाजा तूफान से प्रभावित जिलों की सहायता करने में नाकाम रही। इस तूफान के कारण 3 लाख से ज्यादा लोग बेघर हो गए थे और लगभग 11 लाख पेड़ों को तबाह कर दिया था जो एक बड़ी आबादी की आजीविका थे।
ज्यादातर ट्वीट्स में एक कार्टून का इस्तेमाल किया गया है जिसकी आउटलाइन तमिलनाडु की है और इसमें स्वर्गीय बुद्धिजीवी नेता ईवीआर पेरियर ‘गो बैक मोदी’ कहते हुए दिखाए दे रहे हैं। वहीं प्रधानमंत्री को भगवा जैकेट पहने हुए दिखाया गया है और वह चॉपर की सीढ़ियों की तरफ भागते हुए दिख रहे हैं। ट्विटर और फेसबुक पर गो बैक मोदी लिखा जा रहा है। हालांकि हजारों अन्य ट्वीट्स में पीएम मोदी का मदुरई में स्वागत किया जा रहा है और शहर में एम्स बनाने के लिए उन्हें धन्यवाद कहा गया है। ट्विटर पर मदुरई थैंक्स मोदी और टीएम वेलकम्स मोदी हैशटैग भी ट्रेंड हो रहे हैं। पीएम मोदी की तूतीकोरिन के स्टरलाइट शूटिंग पर चुप्पी जिसमें 13 स्टरलाइट विरोधियों को पुलिस ने मार दिया था, कावेरी जल विवाद पर केंद्र का कर्नाटक की तरफ होना, खासतौर से कावेरी पर बन रही मेकेदाटू जलाशय परियोजना। जिसे लेकर किसानों का दावा है कि इससे उन्हें कावेरी के जल का हिस्सा नहीं मिलेगा और मेडिकल में छात्रों के चयन के लिए राज्य के 12वीं नंबर वाले सिस्टम की बजाए नीट लागू करना कुछ ऐसे मुद्दे हैं जिसकी वजह से दक्षिण के राज्य की जनता नाराज है।
डीएमके के प्रवक्ता ए श्रवणन ने कहा, ‘हम इसके पीछे नहीं हैं। यह लोगों का गुस्सा दिखाता है। एम्स अस्पताल का निर्माणकार्य दो साल पहले शुरू हो गया था और अब यह क्रियाशील हुआ है। परियोजना में इतनी देरी क्यों हुई? चुनाव से पहले आधारशिला रखना केवल एक नौटंकी है।’ यह दूसरी बार है जब पीएम मोदी को ऑनलाइन लोगों के विरोध का सामना करना पड़ रहा है। इससे पहले पिछले साल अप्रैल में जब पीएम डिफेंस एक्सपो में शामिल होने के लिए चेन्नई पहुंचे थे तब भी गो बैक मोदी ट्विटर पर काफी ट्रेंड हुआ था। उस समय विपक्षी पार्टियों के हजारों प्रदर्शनकारियों ने हवा में काले गुब्बारे उड़ाए थे। जिसके बाद पीएम को प्रदर्शनकारियों से बचने के लिए आईआईटी मद्रास के कार्यक्रम में शिरकत करने के लिए चॉपर का इस्तेमाल करना पड़ा था।