आज गंगा दशहरा पर इन 5 शुभ मुहूर्तों में करें पूजा, ये टोटके करने से जीवन में आएगी सुख-समृद्धि
वाराणसी: गंगा दशहरा के मौके पर आज वाराणसी में सुबह से ही श्रद्धालुओं ने गंगा घाट पर पवित्र नदी में डुबकी लगाई. इस दौरान लोगों से COVID प्रोटोकॉल का पालन करने के लिए कहा जा रहा है. साथ ही प्रशासन की ओर से कहा जा रहा है कि सभी लोग पूजन करके तुरंत अपने घर जाएं. आज ही के दिन मां गंगा भगवान शिव की जटाओं से होकर धरती पर अवतरित हुईं थीं. राजा भागीरथ की घोर तपस्या के बाद ज्येष्ठ महीने के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि के दिन मां गंगा (Maa Ganga) धरती पर आईं थीं. ताकि कपिलमुनी की क्रोधाग्नि से जलकर भस्म हुए राजा भागीरथ के पूर्वजों की आत्मा को शांति मिल सके.
गंगा दशहरा पर पूजा के शुभ मुहूर्त और विधि
गंगा दशहरा पर मां गंगा की पूजा करने के 5 मुहूर्त हैं. इस दौरान मां गंगा के मंत्रों का जाप करें. 10 दीपक जलाएं और इस दिन दान अवश्य करें. इसके अलावा इस दिन भगवान शिव की आराधना करने का विशेष महत्व है. लिहाजा शिव मंदिर जरूर जाएं.
ब्रह्म मुहूर्त- सुबह 04 बजकर 03 मिन से 04 बजकर 44 मिनट तक
अभिजित मुहूर्त- सुबह 11 बजकर 55 मिनट से दोपहर 12 बजकर 51 मिनट तक
विजय मुहूर्त- दोपहर 02 बजकर 42 मिनट से 03 बजकर 38 मिनट तक
गोधूलि मुहूर्त- शाम 07 बजकर 08 मिनट से 07 बजकर 32 मिनट तक
अमृत काल- रात 12 बजकर 52 मिनट से 02 बजकर 21 मिनट तक
मां गंगा की पूजा-आराधना के लिए ॐ नमो भगवती हिलि हिलि मिलि मिलि गंगे माँ पावय पावय स्वाहा नमो भगवत्यै दशपापहरायै गंगायै नारायण्यै रेवत्यै। शिवायै अमृतायै विश्वरूपिण्यै नन्दिन्यै ते नमो नमः।। का जाप करें.
धनलाभ, तरक्की सौभाग्य के लिए करें ये उपाय
– समृद्धि पाने और दोस्तों से संबंध मजबूत करने के लिए गंगा दशहरा के दिन आपको मां गंगा की स्तुति करें. इसके लिए ‘बृहत्यै ते नमस्तेSस्तु लोकधात्र्यै नमोSस्तु ते. नमस्ते विश्व मित्रायै नन्दिन्यै ते नमो नमः॥’ का पाठ करें.
– गंगा दशहरा के दिन मिट्टी का मटका लेकर, उसके गले तक पानी भरें. फिर इसमें गंगाजल की कुछ बूंदे डालकर मटके को ढंक दें और उस पर कुछ दक्षिणा रख दें. इसके बाद इस मटके को किसी शिव मन्दिर में दान करने से सारी उलझनें दूर हो जाती है.
– अखंड सौभाग्य के लिए महिलाएं श्रृंगार करके मां गंगा की आरती करें. फिर मां को वस्त्र और श्रृंगार की वस्तुएं अर्पित करके उनसे अखंड सौभाग्य की प्रार्थना करें. इसके बाद अर्पित की हुई सामग्री किसी सौभाग्यवती महिला को दान कर दें.
– कोविड महामारी के दौर में लोग अपनी सेहत को लेकर खासे चिंतित हैं. ऐसे में लंबी आयु और अच्छी सेहत के लिए गंगा दशहरा स्तोत्र में दी गई इन पंक्तियों का पांच बार पाठ करें. ये पंक्तियां हैं- ‘संसार विष नाशिन्यै, जीवनायै नमोऽस्तु ते. ताप त्रय संहन्त्र्यै, प्राणेश्यै ते नमो नमः॥’ साथ ही शिव जी का अभिषेक करके अमृत मृत्युंजय का जाप करें.