आज ही जान लेंगे भगवान श्री कृष्ण की ये 4 बातें तो आपके जीवन में कभी नहीं आयेगा दुख
अपनी लीलाओं से ना सिर्फ मैया यशोदा के दिल को जीत लिया था बल्कि वृन्दावन की गोपियों को भी अपने आकर्षण में मोहित करने वाले भगवान श्री कृष्ण का जीवन बहुत ही संघर्षमय था। मगर बता दें की अपनी अनोखी लीलाओं और बुद्धि से वह अपने संघर्षमय जीवन को भी बहुत ही सरलता से जिया करते थे और सिर्फ इतना ही नहीं बल्कि उन्होंने हर परिस्थितियों से डटकर सामना किया। बता दें की भगवान श्री कृष्ण ने ना सिर्फ महाभारत के युद्ध में अर्जुन का सारथी बन उन्हे हर वक़्त सही राह दिखाई बल्कि कई ऐसी ऐसी बातें भी बताएं जो वाकई में आज के समय में भी हर इंसान के जीवन में बहुत प्रभाव छोड़ता है।
बताते चलें की किसी भी इंसान के जीवन में उसके साथ कुछ चीज़ें बचपन से ही आ जाती है और यही सारी चीज़ें बड़े होते हुए कुछ कम तो कुछ ज्यादा हो जया करती हैं। बता दें की व्यक्ति के शरीर की उत्पत्ति के कारण रूप इन तीनों गुणों ( बुद्धि, अहंकार और मन ) को उल्लंघन करके जन्म, मृत्यु, वृद्धावस्था और सब प्रकार के दुःखों से मुक्त हुआ परमानन्द को प्राप्त होता है। माना गया है की की इस संसार में मौजूद जो भी व्यक्ति अपने सम्पूर्ण जीवन काल में श्रद्धा भाव से तथा दोष दृष्टि से मुक्त होकर भगवान श्री कृष्ण के द्वारा बताई गयी उन अनमोल बातों का आनुसारण कर लेता है जो उन्होने गीता में बताई है तो यकीन मानिए उस व्यक्ति के जीवन में कभी कोई समस्या नहीं आएगी और वह भी पापों से मुक्त होकर उत्तम कर्म करने वालों के श्रेष्ठ लोकों को प्राप्त होगा।
- भगवान श्री कृष्ण के अनुसार जो पुरुष मुझमें परम प्रेम करके इस परम रहस्ययुक्त गीताशास्त्र को मेरे भक्तों में कहेगा, वह मुझको ही प्राप्त होगा इसमें कोई संदेह नहीं है।
- भगवान श्री कृष्ण ने कहा था, कि यह हमारा जीवन भी एक युद्ध की तरह है। इस युद्ध से हमें डरना नहीं चाहिए। क्योंकि इस जीवन में दुख और सुख तो आते-जाते रहते हैं। आपको इनसे डरना नहीं चाहिए और इस जीवन के युद्ध में हमें आगे बढ़ते रहना चाहिए।
- भगवान श्री कृष्ण ने हमें दिखाया है, कि मृत्यु ही जीवन की अंतिम सच्चाई है। यही इनके जीवन का उद्देश्य रहा था। मृत्यु का ज्ञान होते हुए भी भगवान श्री कृष्ण ने नेम ऋतिक को अंतिम सच्चाई माना था। क्योंकि जो इस दुनिया में आया है। उसे एक दिन यह स्वार्थ की दुनिया छोड़कर जाना ही पड़ता है।
- श्री कृष्ण यह भी बताते हैं की पृथ्वी में या आकाश में अथवा देवताओं में तथा इनके सिवा और कहीं भी ऐसा कोई भी सत्त्व नहीं है, जो प्रकृति से उत्पन्न इन तीनों गुणों से रहित हो।
- भगवान श्री कृष्ण ने कहा था, कि कर्म ही सब कुछ है। हमें अपने जीवन में कर्म करते रहना चाहिए। और फल की चिंता नहीं करनी चाहिए। कर्म करने से ही बड़े से बड़े संकट को भी खत्म किया जा सकता है।