अन्तर्राष्ट्रीय
आतंकियों का सफाया करने के लिए पाक सेना ने शुरू किया ऑपरेशन ‘रद्द उल फसाद’
पाकिस्तान सेना ने देश से आतंकियों, उससे जुड़े संगठनों और कट्टरपंथियों के सफाये के लिए बुधवार को ‘रद्द उल फसाद’ नाम से नए सैन्य अभियान की शुरुआत की है। पाकिस्तान सेना ने यह कदम कुछ दिन पहले सिंध प्रांत में लाल शाहबाज कलंदर सूफी दरगाह में आत्मघाती हमले में 88 लोगों के मारे जाने के बाद उठाया है।
सेना के जनसंपर्क विभाग की ओर जारी बयान में कहा गया कि ऑपरेशन रद्द-उल-फसाद का मकसद मोटे तौर पर कलह के खात्मे के लिए है, जिसे पूरे देश में चलाया जाएगा। बयान के अनुसार अभियान का लक्ष्य आतंकवाद के अवशिष्ट और अव्यक्त खतरे से निपटना है और पाकिस्तानी सीमा की सुरक्षा को सुनिश्चित करने और अब तक किए गए ऑपरेशन के लाभ को मजबूत करने के लिए है।
बयान में यह भी कहा गया है कि इस ऑपरेशन में पाकिस्तान की वायु सेना, नौ सेना, थल सेना और अन्य सुरक्षा और कानून प्रवर्तन एजेंसियां सक्रीय रूप से हिस्सा लेंगी और देश के आतंकवाद के खात्मे के लिए पाकिस्तानी सेना के प्रयासों में सहयोग करेगी।
पाकिस्तानी सेना ने 2014 में पाकिस्तान-अफगानिस्तान सीमा क्षेत्र से आतंकियों को खदेड़ने के लिए उत्तरी वजीरिस्तान में ऑपरेशन जर्ब-ए-अज्ब चला चुकी है। सेना ने 2009 में स्वात घाटी क्षेत्र में राह ए रास्ता और इसी साल दक्षिण वजीरिस्तान में ऑपरेशन राह-ए-निजात चला चुकी है।