आतंकियों के जरिए कश्मीर में बडे़ हमले की तैयारी में है पाक, भारतीय सेना अलर्ट
पाकिस्तानी सेना ने भारत में आतंक फैलाने के नापाक इरादे से करीब 60 अफगानी आतंकियों को भर्ती कर घुसपैठ के लिए सीमा के आसपास तैनात किया है। खुफिया एजेंसियों के मुताबिक इनका इस्तेमाल जम्मू-कश्मीर में भारतीय सैनिकों पर हमले के लिए किया जाएगा। यह खुफिया जानकारी मिलने के बाद घुसपैठ को लेकर सेना को अलर्ट कर दिया गया है। खुफिया एजेंसियों के मुताबिक पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई ने अलग-अलग गुटों से 60 आतंकियों को चुना है। इनको खतरनाक हथियारों के साथ सीमा पार भेजने की साजिश है। आईएसआई ने अफगानिस्तान के बदख्शन प्रांत में आतंकी संगठनों से इन दहशतगर्दों का चुनाव किया। चुने गए आतंकियों को लेकर आईएसआई 21 सितंबर को वापस लौटी है।
आतंकियों को दी जा रही आत्मघाती हमले की ट्रेनिंग
खुफिया रिपोर्ट के मुताबिक करीब एक दर्जन आतंकियों को आत्मघाती हमला करने के लिए युद्धग्रस्त अफगानिस्तान में ट्रेनिंग दी जा रही है। इसके बाद इन्हें पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा लाया जाएगा। यहां से उन्हें कश्मीर में घुसपैठ के लिए सीमा के पास भेजा जाएगा। अफगानी आतंकियों को भर्ती करने का फैसला अगस्त के तीसरे हफ्ते में पंजाब प्रांत के बहावलपुर में हुई बैठक में लिया गया था।
हिंडन समेत कई वायुसेना हवाईअड्डों पर ऑरेंज अलर्ट
जैश-ए-मोहम्मद द्वारा हमले की सूचना पर भारतीय वायुसेना को ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। खुफिया एजेंसियों ने सूचना दी है कि जैश के दस आतंकी मॉड्यूल जम्मू कश्मीर और उसके आसपास वायुसेना के हवाई अड्डों को निशाना बनाने की फिराक में हैं।
इसमें हिंडन समेत श्रीनगर, अवंतीपुर, जम्मू और पठानकोट स्थित हवाई अड्डा शामिल है। यहां आतंकी आत्मघाती हमले कर सकते हैं। ऑरेंज अलर्ट दूसरा सबसे बड़ा अलर्ट है इसके जारी होते ही आसपास के इलाकों के स्कूलों को बंद कर दिया जाता है और किसी तरह की आवाजाही बाधित रहती है।
सेना प्रमुख ने कहा था- फिर सक्रिय हुए हैं जैश आतंकी
सेना प्रमुख बिपिन रावत ने दो दिन पहले कहा था कि बालाकोट में जैश आतंकी फिर सक्रिय हो गए हैं। इस बीच खुफिया एजेंसियों की ओर से अलर्ट भी जारी कर दिया गया है। वहीं पाकिस्तान ने मंगलवार को भारत के इस दावे को झूठा करार दिया था।