आपके अंदर की ये खूबीया बनाती है आपको इंटेलिजेंट
आधुनिक जीवन में ज्यादातर युवाओं में देर रात तक पार्टी करना, दोस्तों के साथ घूमना, फिल्म एंजॉय करने का ज्यादा क्रेज होता है. वहीं, जिन लोगों को अकेले समय बिताना पसंद होता है, उन्हें एंटी-सोशल का टैग दे दिया जाता है. लेकिन हाल ही में हुई स्टडी में एक चौंकाने वाली बात सामने आई है.
स्टडी की रिपोर्ट के मुताबिक, अगर आप देर रात पार्टी करने के बजाए अपने घर पर रहकर कोई अच्छी किताब पड़ने को ज्यादा अहमियत देते हैं तो ये आपके इंटेलिजेंट होने की पहचान है.
सिंगापुर मैनेजमेंट यूनिवर्सिटी और लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स के शोधकर्ताओं के मुताबिक, इंटेलिजेंट लोग घूमने के बजाए खुद के साथ टाइम स्पेंड करने को ज्यादा अहमियत देते हैं.
इस स्टडी में शोधकर्ताओं ने 18 से 28 वर्ष के लगभग 15,000 से अधिक लोगों को शामिल किया. इसमें शोधकर्ताओं ने ये जानने की कोशिश कि आखिर ये लोग कितनी आबादी वाली जगहों पर रहते हैं और कितना अपने दोस्तों के साथ घूमते हैं. इसके साथ शोधकर्ताओं ने ये भी पता लगाया कि कितने लोग अपने जीवन से संतुष्ट हैं.
नतीजों में सामने आया कि जो लोग कम आबादी वाली जगहों पर रहते हैं, वे दूसरे लोगों के मुकाबले ज्यादा खुश होते हैं. वहीं, इनमें से कई लोगों को सिर्फ खास लोगों से मिलने पर ही खुशी का एहसास हुआ.
इस स्टडी के लिए शोधकर्ताओं ने ‘द सवाना थ्योरी ऑफ हैप्पीनेस’ पर अपने निष्कर्षों को आधार बनाया है. इस थ्योरी के मुताबिक, जीवन में एक व्यक्ति की संतुष्टि सिर्फ वर्तमान में होने वाली घटनाओं पर निर्धारित नहीं होती है, बल्कि इस बात से भी प्रभावित होती है कि हमारे पूर्वज ऐसी स्थिति में किस तरह रिएक्ट करते थे.
इस थ्योरी के मुताबिक, हमारे पूर्वजों को दूसरे लोगों के साथ समय बिताना काफी पसंद था और वो अपने जीवन में किसी के साथ समय बिताने को खास अहमियत देते थे. ठीक उसी तरह मौजूदा दौर में भी कई लोगों को अकेले रहना पसंद नहीं होता है और ऐसे लोग किसी ना किसी की कंपनी पाने की तलाश में रहते हैं.
लेकिन इसके विपरीत साइकोलॉजिस्ट का मानना है कि इंटेलिजेंट लोग इस बात में यकीन नहीं रखते हैं. बल्कि ऐसे लोग अपनी कंपनी में ज्यादा खुश रहते हैं. आपको भी अगर जीवन में अकेले रहने से डर नहीं लगता है और आप अपनी खुद की कंपनी में ज्यादा खुश रहते हैं, तो समझ लीजिए आप इंटेलिजेंट हैं.