इंडिया में तो बच गए, लेकिन यहां हो सकती है ‘दंगल’ और ‘रईस’ की टक्कर
पाकिस्तान में हिंदुस्तानी फ़िल्मों पर लगा बैन ऑफ़िशियली ख़त्म हो गया है और इस बैन के बाद पहली रिलीज़ फ़िल्म ‘काबिल’ है, जो बुधवार को पड़ोसी मुल्क़ के थिएटर्स में पहुंची।
मुंबई। पाकिस्तान में बॉलीवुड फ़िल्मों का क्रेज़ किस क़दर है, ये बात किसी से छिपी नहीं है। दोनों मुल्क़ों के सियासी रिश्तों में उतार-चढ़ाव आता रहता है, लेकिन सिनेमा का रिश्ता नहीं टूटता। हां, कुछ वक़्त के लिए इंटरवल ज़रूर आ जाता है। वो इंटरवल अब ख़त्म हो चुका है और पाकिस्तानी फैंस इस वक़्त रितिक रोशन की फ़िल्म ‘काबिल’ का लुत्फ़ उठा रहे हैं।
पीटीआई के मुताबिक़ पाकिस्तान में हिंदुस्तानी फ़िल्मों पर लगा बैन ऑफ़िशियली ख़त्म हो गया है और इस बैन के बाद पहली रिलीज़ फ़िल्म ‘काबिल’ है, जो बुधवार को पड़ोसी मुल्क़ के थिएटर्स में पहुंची। ख़बरों के मुताबिक, लोग बड़ी तादाद में ‘काबिल’ देखने मल्टीप्लेक्सेज में पहुंचे। बताते चलें कि प्रधानमंत्री नवाज़ शरीफ़ ने इंडियन फ़िल्मों की स्क्रीनिंग के लिए सूचना एवं प्रसारण मंत्री की अध्यक्षता में एक स्पेशल कमेटी का गठन किया था। पाकिस्तान के जाने-माने सिनेमा मालिक़ और प्रोड्यूसर नदीम मांडवीवाला के हवाले से बताया गया है कि ‘काबिल’ के बाद और भी इंडियन फ़िल्म्स सेंसर बोर्ड की क्लीयरेंस का इंतज़ार कर रही हैं।
इन फ़िल्मों में सबसे ज़्यादा इंतज़ार ‘रईस’ का है, जिसमें पाकिस्तानी एक्ट्रेस माहिरा ख़ान ने फ़ीमेल लीड रोल निभाया है। आमिर ख़ान की ‘दंगल’ और करण जौहर की ‘ऐ दिल है मुश्किल’ 3 फरवरी से पाकिस्तान के सिनेमाघरों में देखी जा सकेंगी। अगर ‘रईस’ भी रिलीज़ हो गई तो यहां ‘दंगल’ से उसकी भिड़ंत हो सकती है।
बताते चलें कि पाकिस्तानी सिनेमाघर मालिक़ों ने अपनी मर्ज़ी से सितंबर में इंडियन फ़िल्मों को ना दिखाने का फ़ैसला किया था, क्योंकि बॉलीवुड में वहां के एक्टर्स पर प्रतिबंध लगा दिया गया था।