इंस्पेक्टर ने तोड़ा बुजुर्ग का टाइपराइटर, सस्पेंड
लखनऊ: एक बुजुर्ग टाइपिस्ट से बदसलूकी और पिटाई कर उसका टाइपराइटर तोड़ने वाले यूपी पुलिस के एक इंस्पेक्टर को सस्पेंड कर दिया गया है। सोशल मीडिया पर खबर चलते ही लखनऊ के एसएसपी राजेश पांडे ने उसे तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया है। वहीं, सीएम अखिलेश यादव ने भी मामले का संज्ञान लिया। सीएम के निर्देश पर डीएम राजशेखर और एसएसपी ने पीड़ित के घर जाकर टाइपराइटर दिया। सीएम अखिलेश यादव के निर्देश पर देर रात डीएम राजशेखर ने पीड़ित बुजुर्ग कृष्ण कुमार के घर जाकर उन्हें टाइपराइटर दिया। इसके अलावा उन्हें न्याय दिलाने की बात कही। इस दौरान एसएसपी राजेश पांडे भी मौजूद रहे। डीएम इंग्लिश और हिंदी दोनों लैंग्वेज के टाइपराटर लेकर गए थे, लेकिन पीड़ित कृष्ण कुमार ने केवल हिंदी का टाइपराइटर ही लिया। कृष्ण कुमार ने कहा कि उन्हें इग्लिश का टाइपराइटर नहीं चाहिए।
शनिवार को सचिवालय चौकी प्रभारी प्रदीप कुमार जीपीओ चौराहे पहुंचा और सड़क किनारे दुकान चलाने वालों का सामान तोड़ने लगा। इसी क्रम में वहां एक बुजुर्ग टाइपिस्ट कृष्ण कुमार का टाइपराइटर उठाकर उन्होंने फेंक दिया। बुजुर्ग टाइपिस्ट हाथ जोड़कर अपनी रोजी-रोटी की दुहाई देता रहा, लेकिन इंस्पेक्टर ने सब कुछ अनसुना कर दिया। सड़क किनारे चाय लगाने वालों के बर्तन भी फेंक दिए, जिससे उसमें रखा दूध वहां फैल गया। इस दौरान जब वहां मौजूद मीडियाकर्मी इस घटना की फोटो लेने लगे तो इस इंस्पेक्टर ने उन्हें भी धमकाया बताते चलें कि जीपीओ के किनारे लगे दुकानों को सिर्फ मायावती की फ्लीट जाते समय ही हटाया जाता था। सपा सरकार में यह पहला मौका है जब इंस्पेक्टर ने उन्हें वहां से भगाया।