इण्टरनेशनल स्कूल-टू-स्कूल एक्सपीरियन्स एक्सचेन्ज प्रोग्राम के अन्तर्गत 28 सितम्बर को लखनऊ पधारेगा पेरू का छात्र दल
लखनऊ : सिटी मोन्टेसरी स्कूल, गोमती नगर (द्वितीय कैम्पस) के आमन्त्रण पर फ्लेमिंग स्कूल, ट्रूजिलो, पेरू का 12 सदस्यीय छात्र दल इण्टरनेशनल स्कूल-टू-स्कूल एक्सपीरियन्स एक्सचेन्ज प्रोग्राम (आई.एस.एस.ई.) के अन्तर्गत 15-दिवसीय शैक्षिक यात्रा पर सी.एम.एस. में पधार रहा है।
पेरू का छात्र दल 28 सितम्बर को लखनऊ पधारेगा, जिसमें 2 शिक्षक एवं 10 छात्र शामिल हैं। सी.एम.एस. के मुख्य जन-सम्पर्क अधिकारी श्री हरि ओम शर्मा ने बताया कि ‘आई.एस.एस.ई.’ प्रोग्राम को आयोजित करने का उद्देश्य विश्व के विभिन्न देशों के छात्रों में मित्रता, विश्व बन्धुत्व, विश्व एकता एवं विश्व शान्ति की भावना को विकसित करना है। इस शैक्षिक यात्रा के दौरान पेरू से पधारे छात्र भारतीय छात्रों के साथ क्लास में बैठकर पढ़ाई करेंगे एवं खेलकूल व सांस्कृतिक कार्यक्रमों में भाग लेने के अलावा भारतीय परिवारों में रहकर यहाँ की सभ्यता व संस्कृति से भी रूबरू होंगे। श्री शर्मा ने बताया कि इस अन्तर्राष्ट्रीय शैक्षिक यात्रा के अन्तर्गत पेरू के फ्लेमिंग स्कूल से पधारने वाले छात्रों में गैबरीला कैस्टनेडा अर्स, डियगो डेल पिनोकासानोवस, फ्रेन्सिस्को गैमरा लीवा, मिकाला गैनोजा फेन्डास, गोन्जालो मार्सलेस रामोस, वैलेन्टिनो मोस्टसेरो रैमियोज, सैन्टिगो जपाटा राजोस, नतालिया गिलार्डी, ग्रैसियेला सैन्चर एवं रिकार्डो प्राडो शामिल हैं। इस छात्र दल के साथ दो शिक्षक डेन्टे हेरारा एवं जुडिथ पोर्टेला भी लखनऊ पधार रहे हैं। श्री शर्मा ने बताया कि ‘‘अन्तर्राष्ट्रीय स्कूल-टू-स्कूल एक्सपीरियन्स एक्सचेन्ज प्रोग्राम (आई.एस.एस.ई.)’’ ऐसा अनूठा अन्तर्राष्ट्रीय प्रोग्राम है जो विभिन्न देशों के छात्रों को आमने-सामने विचारों के आदान-प्रदान का अवसर उपलब्ध कराता है। आईएसएसई प्रोग्राम का उद्देश्य छात्रों को आपसी मित्रता का प्रशिक्षण देकर विश्व बन्धुत्व, विश्व एकता एवं विश्व शान्ति की भावना को विकसित करना है। इस प्रोग्राम के तहत विभिन्न देशों के बच्चे मेजबान परिवारों में रहकर एक-दूसरे की संस्कृति, सभ्यता, भाषा, खेलकूद, रहन-सहन, खान-पान, रीति-रिवाज आदि का नजदीक से ज्ञान प्राप्त करते हैं।
श्री शर्मा ने बताया कि सिटी मोन्टेसरी स्कूल देश-विदेश के छात्रों को इस प्रकार की शैक्षिक यात्राओं में भाग लेने के अधिक से अधिक अवसर प्रदान कराता है, जिसका उद्देश्य भावी पीढ़ी का सामान्य ज्ञान बढ़ाना, स्वस्थ मनोरंजन तथा विश्वव्यापी दृष्टिकोण विकसित करना है। उन्होंने कहा कि आज दुनिया एक ग्लोबल विलेज का स्वरूप धारण कर चुकी है तथापि छात्रों को विभिन्न संस्कृतियों, सभ्यता व विभिन्न विचारों से रूबरू कराकर उनके दृष्टिकोण को विश्वव्यापी बनाना आज की महती आवश्यकता है। इस तरह के प्रयासों से देश तथा संसार के बच्चे एक-दूसरे के निकट आते हैं जिससे सारे विश्व में शान्ति एवं विश्व एकता स्थापित करने में तथा विश्वव्यापी दृष्टिकोण के विकास से उन्हें विश्व नागरिक के रूप में विकसित करने में सहायता मिलती है।