पुरुषों की तुलना में महिलाएं सिरदर्द का अनुभव ज्यादा करती हैं। इसके पीछे वजह उनकी दोहरी जिंदगी हो सकती है। इसके अलावा कुछ हार्मोनल वजहों को भी जिम्मेदार ठहराया जा सकता है। लेकिन सिरदर्द शरीर की कुछ कहानी भी बयां करता है। असल में कई बार सिरदर्द सिर्फ सिर में दर्द की वजह से नहीं होता। इसके पीछे और भी वजह हो सकती हैं। मसलन शरीर के अन्य हिस्से में दर्द या कोई बीमारी। इसके चलते भी सिरदर्द जैसी समस्या हो जाती है।
किन वजहों से हो सकता है आपको सिर दर्द
असल में सिर में किस हिस्से में दर्द हो रहा है, इससे आपकी मनःस्थिति का पता लगाया जा सकता है। अगर आपके सिर के दोनों हिस्सों में दर्द हो रहा है तो समझ जाइए कि यह टेंशन का दर्द है।टेंशन में अकसर सिर के दोनों हिस्सों में दर्द होता है।
ब्रेन
अगर आपके ब्रेन वाले हिस्से में दर्द है तो समझें कि यह कोई सामान्य दर्द नहीं है। यह दर्द माइग्रेन का हो सकता है। इसके लिए नर्व जिम्मेदार होती हैं। ब्रेन में दर्द का अनुभव अक्सर सिर के बीचों-बीच होता है। अगर आपको ऐसा महसूस होता है तो तुरंत डाक्टर की सलाह लें।
पाचन तंत्र
कई बार सिर के दर्द का संबंध सिर से नहीं बल्कि पेट से भी होता है। दरअसल पाचन तंत्र सही न हो तो इसकी वजह से भी सिर में दर्द हो सकता है। यदि सिर के एक हिस्से में लगातार लम्बे समय से दर्द हो रहा हो तो यह डायरिया के लक्ष्ण भी हो सकते हैं।
सेंस
कई बार एक खास किस्म की आवाज कान में सुनाई पड़ रही होती है, जिससे सिर में दर्द का अहसास होने लगता है। कई बार घंटों फोन पर बात करने से ऐसा हेाता है। कई बार किसी परफ्यूम की गंध के कारण ऐसा होता है। कुला मिलाकर कहने का मतलब यह है कि कई बार अलग अलग सेंस की वजह से भी सिर में दर्द होता है।
देर तक सोचने से
आपका ब्रेन जब कई चीजों से बोझिल हो जाता है, तब भी उसे दर्द का अनुभव होने लगता है। यदि आप किसी सोच से काफी देर से परेशान हैं तो भी आपको सिर में दर्द महसूस हो सकता है।
हार्मोन
सिर दर्द के पीछे एक वजह हार्मोन भी हो सकता है। हार्मोन के कारण हृदय गति बहुत तेज हो सकती है, खूब पसीना आने लगता है। इन तमाम बदलावों के कारण सिर में दर्द की समस्या हो सकती है।